Thursday, July 31, 2025
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    जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विकास के लिए 600 करोड़ रुपये की 14 परियोजनाओं का उद्घाटन

    जयपुर। जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने एयरपोर्ट के विकास के लिए मंगलवार को 600 करोड़ रुपये की 14 परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं से यात्रियों की सुविधा में और अधिक इजाफा होगा। इसके तहत एयरपोर्ट टर्मिनल 2 का विस्तार और मौजूदा टर्मिनलों पर नए बुनियादी ढांचे का विकास भी शामिल होगा।

    इस विस्तार से वर्ष 2027 में अनुमानित 8 मिलियन वार्षिक यात्रीभार को संभालने में मदद मिलेगी। 2024 – 25 में वार्षिक यात्रीभार 6.1 मिलियन रहा है। पोर्च एरिया के बहार 6 हजार वर्ग मीटर का विशेष फोरकोर्ट क्षेत्र यात्रियों के लिए खुदरा और एफ एण्ड बी विकल्पों की एक नई श्रृंखला पेश करेगा। पौधों, फूलों और लॉन के रूप में 40 हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में लैंडस्केप गार्डन विकसित किया जाएगा। प्रमुख परियोजनाओं में टी 2 पर दो अतिरिक्त एयरोब्रिज, एयर साइड में बम कूलिंग पिट, टी1 एप्रन सिविल वर्क और टी 2 कैनोपी एक्सटेंशन का कार्य शामिल हैं।

    मौजूदा टर्मिनल की समग्र क्षमता होगा इज़ाफ़ा

    टर्मिनल 2 के 15 हजार  वर्ग मीटर का विस्तार मौजूदा टर्मिनल की समग्र क्षमता को बढ़ाएगा। बताते चलें की वर्तमान में टर्मिनल 2 में 39 चेक-इन काउंटर हैं। विस्तार के दौरान 24 नए काउंटर जोड़े जाने की योजना है। इससे टर्मिनल 2 पर चेक-इन काउंटरों की कुल संख्या 63 हो जाएगी, जिससे यात्रियों के समय में काफी कमी आएगी। 15 हजार वर्ग मीटर विस्तार में आठ अतिरिक्त सेल्फ-बैगेज ड्रॉप (एसबीडी) काउंटर भी स्थापित किए जाएंगे।

    ऐसे काउंटर की स्थापना जयपुर एयरपोर्ट पर पहली बार होगी। इसके साथ ही 9 नई एक्स-रे बैगेज इंस्पेक्शन सिस्टम (एक्सबीआईएस) मशीनों के जुड़ने से सुरक्षा जांच प्रक्रिया भी बेहतर होगी, जिससे यह संख्या दोगुनी होकर 18 हो जाएगी। ऑटोमेटिव ट्रे रिट्रीवल सिस्टम इस विस्तार की एक और अनूठी विशेषता होगी।

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    बोर्डिंग गेट भी छह से बढ़कर दस हो जाएंगे। इसी तरह, दो नए प्रवेश द्वार जोड़े जाएंगे, जिससे कुल संख्या छह हो जाएगी। टी-2 की दूसरी मंजिल पर दो अतिरिक्त नए एयरोब्रिज स्थापित किए जाएंगे जिसके बाद एयरपोर्ट पर एयरोब्रिज को संख्या 4 हो जाएगी। इससे यात्रियों को आसानी से चढ़ने और उतरने में सुविधा होगी तथा इससे विमानों का टर्न अराउंड समय भी कम हो जाएगा।

    जयपुर एयरपोर्ट के जनसम्पर्क अधिकारी अभिषेक गौड ने बताया कि टर्मिनल 1 पर एप्रन का निर्माण होगा जिससे अधिक विमानों को समायोजित करने में मदद मिलेगी और परिचालन दक्षता में सुधार होगा। टर्मिनल 2 पर कैनोपी का विस्तार का कार्य प्रगति पर है। इसका विस्तार पोर्च एरिया से नवनिर्मित पैसेंजर लेन को तरफ किया जायेगा।

    ये मौसम से बेहतर सुरक्षा प्रदान करने और यात्रियों के आराम में सुधार करने के लिए किया जाएगा। इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास से जयपुर अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर यात्रियों को महत्वपूर्ण दीर्घकालिक लाभ मिलेगा। विस्तारित और आधुनिक सुविधाओं से समग्र यात्रा अनुभव में वृद्धि होगी, भीड़भाड़ कम होगी और यात्रियों की संख्या में भविष्य की वृद्धि को समायोजित किया जा सकेगा।

    इससे न केवल हवाई अड्डे की क्षमता बढ़ेगी बल्कि अधिक पर्यटकों और व्यावसायिक यात्रियों को आकर्षित करके क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी योगदान मिलेगा।

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