- कंसाई फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (KPIA) के साथ हाई-लेवल बैठक, जैव-नवाचार और निवेश के नए रास्ते खुलने की उम्मीद
टोक्यो/लखनऊ। उत्तर प्रदेश और जापान के बीच फार्मास्युटिकल तथा मेडिकल डिवाइस क्षेत्र में सहयोग को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का नेतृत्व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रधान सलाहकार अवनीश अवस्थी और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी इंद्रजीत सिंह द्वारा किया गया। प्रतिनिधिमंडल ने जापान के कंसाई फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (KPIA) के वरिष्ठ प्रतिनिधियों से मुलाकात कर संभावित निवेश और तकनीकी सहयोग पर विस्तृत चर्चा की।
बैठक में नई दवा विकास, जेनेरिक फार्मास्यूटिकल्स, डायग्नोस्टिक्स, चिकित्सा उपकरण, और नैदानिक परीक्षण (क्लिनिकल ट्रायल्स) जैसे अहम विषयों पर मंथन हुआ। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने एफडीआई और एफसीआई नीति 2023 के तहत राज्य की प्रगतिशील योजनाओं और निवेश-अनुकूल वातावरण को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया।
इस दौरान KPIA ने ज्ञान और प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान के माध्यम से जैव-नवाचार (Bio-Innovation) को समर्थन देने में गहरी रुचि दिखाई। विशेष रूप से, जीन-परिवर्तित दवाओं (Gene-Modified Drugs) और बायो-इनोवेशन क्लस्टर की स्थापना को लेकर सहयोग की संभावनाएं तलाशी गईं।
उत्तर प्रदेश सरकार की फार्मा और मेडिकल डिवाइस पार्क नीति को KPIA द्वारा सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली, जिससे भविष्य में जापानी कंपनियों के निवेश और साझेदारी के नए द्वार खुल सकते हैं।
यह बैठक न केवल उत्तर प्रदेश को फार्मास्युटिकल और बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक वैश्विक हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक ठोस कदम है, बल्कि भारत-जापान रणनीतिक सहयोग को भी एक नई ऊँचाई तक ले जाने की संभावना रखती है।