10 लाख कर्मियों के लिए भर्ती अभियान
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मिशन रिक्रूटमेंट के तहत रोजगार मेला-4 में नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देशभर के 71 हजार नवनियुक्त कर्मियों को रिमोट बटन दबाकर नियुक्ति पत्र वितरण का शुभारम्भ किया।लखनऊ सहित 45 स्थानों पर आयोजित रोजगार मेला-2023 के चयनित नवनियुक्त अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए, बैसाखी के शुभ अवसर पर देश को बधाई दी।
उन्होने कहा कि इस रोज़गार मेले में देश भर से चुने गए नवनियुक्त कर्मियों को केन्द्रीय कार्यालयो के तहत ट्रेन मैनेजर, स्टेशन मास्टर, वरिष्ठ वाणिज्यिक लिपिक सह टिकट लिपिक, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, कांस्टेबल, स्टेनोग्राफर, कनिष्ठ लेखापाल, डाक सहायक, इनकम टैक्स इंस्पेक्टर, टैक्स सहायक, सीनियर ड्राफ्ट्समैन, जेई, सहायक प्रोफेसर, शिक्षक, पुस्तकालयाध्यक्ष, नर्स, परिवीक्षा अधिकारी, पीए, एमटीएस और अन्य पदों पर कार्य करने के लिए शामिल है।
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प्रतिभा और ऊर्जा को सही अवसर मिले
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार, एक विकसित भारत के संकल्प की प्राप्ति के लिए युवाओं की प्रतिभा और ऊर्जा को सही अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत, विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, उन्होने कहा कि मंदी और महामारी की वैश्विक चुनौतियों के बीच दुनिया भारत को एक उज्ज्वल स्थान के रूप में देख रही है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स ने रोजगार के 40 लाख से अधिक प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष अवसर सृजित किए हैं।
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स्वदेशी अपनाने पर जोर
प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान’’ की सोच और दृष्टिकोण स्वदेशी अपनाने और स्थानीय उत्पाद पर जोर (‘वोकल फॉर लोकल’) देने से भी आगे की बात है। आत्मनिर्भर भारत अभियान गांवों से शहरों तक रोजगार के करोड़ों अवसर पैदा करने का अभियान है। उन्होंने स्वदेशी रूप से निर्मित आधुनिक उपग्रहों और अर्ध-उच्च-गति की ट्रेनों का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि पिछले 8-9 वर्षों में भारत में 30000 से अधिक एलएचबी कोच का निर्माण किया गया है। इन कोचों के लिए प्रौद्योगिकी और कच्चे माल की जरूरत ने भारत में रोजगार के हजारों अवसर सृजित किए हैं।
स्वदेशी खिलौना उद्योग को बढ़ावा
भारत के खिलौना उद्योग का उदाहरण देते हुए, प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत के बच्चे दशकों से केवल आयातित खिलौनों के साथ खेलते रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि खिलौने न तो अच्छी गुणवत्ता के थे और न ही उन्हें भारतीय बच्चों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया था। माननीय प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने आयातित खिलौनों की गुणवत्ता के मानदंड तय किए और स्वदेशी खिलौना उद्योग को भी बढ़ावा देना शुरू किया। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि इसके परिणामस्वरूप, भारत में खिलौना उद्योग का परिदृश्य पूरी तरह से बदल गया है और इसने रोजगार के अवसरों को पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
रक्षा उपकरणों का निर्यात
दशकों से प्रचलित इस पुरानी मानसिकता का खंडन करते हुए कि भारत में रक्षा उपकरण केवल आयात ही किए जा सकते हैं, माननीय प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सरकार ने स्वदेशी निर्माताओं पर भरोसा करके इस दृष्टिकोण को बदल दिया है। इसके परिणामस्वरूप सशस्त्र बलों ने 300 से अधिक ऐसे उपकरणों और हथियारों की एक सूची बनाई है जिनका निर्माण केवल भारत में ही किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 15,000 करोड़ रुपये मूल्य के रक्षा उपकरणों का निर्यात दुनिया भर में किया जा रहा है।
इससे पूर्व मण्डल रेल प्रबन्धक आदित्य कुमार ने प्रधानमंत्री भारत सरकार नरेन्द्र मोदी का, कैबिनेट मंत्री, भारत सरकार, डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में आये हुये रेलवे में 182, रक्षा में 05, संचार/डाक में 26, वित्तीय सेवाओं में 19, उच्च शिक्षा में 36, विद्युत में 06, स्वास्थ्य में 01, गृह में 10, कोयला खान में 07 एवं श्रम विभाग के 03 सहित कुल 306 नव नियुक्त अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया जायेगा।
कार्यक्रम के अन्त में अपर मण्डल रेल प्रबन्धक/परिचालन शिशिर सोमवंशी ने धन्यवाद ज्ञापित किया तथा कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ मण्डल कार्मिक अधिकारी राहुल यादव ने किया।