- पंजाब किंग्स ने गुजरात टाइटंस को 11 रन से दी मात
- कप्तान श्रेयस 42 गेंदों 9 छक्के और पांच चौके की मदद से नाबाद 97 रन बनाकर मैन ऑफ द मैच बने
अहमदाबाद। कप्तान श्रेयस अय्यर ने पंजाब किंग्स के लिए अपने पहले मैच में 42 गेंदों पर नाबाद 97 रनों की शानदार पारी खेलकर अपनी टीम को मंगलवार को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में इंडियन प्रीमियर लीग मैच में गुजरात टाइटंस पर 11 रन की जीत दिलायी।
श्रेयस ने अपनी आतिशी पारी में नौ छक्के और पांच चौके लगाए लेकिन वह आईपीएल में अपना पहला शतक पूरा नहीं कर सके क्योंकि आखिरी ओवर में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला। मोहम्मद सिराज के इस ओवर से शशांक सिंह (16 गेंदों पर 44 रन) ने 23 रन बटोरकर पंजाब की पारी को शानदार तरीके से समाप्त किया। शशांक ने अपनी शानदार पारी के दौरान छह चौके और दो छक्के लगाए।
इसके अलावा, युवा बल्लेबाज प्रियांश आर्य ने अपने डेब्यू IPL मैच में जबरदस्त पारी खेली। प्रियांश ने पहले ही ओवर से आत्मविश्वास दिखाते हुए और बिना किसी भय के बल्लेबाज़ी की। मोहम्मद सिराज के पहले ओवर में फ्लिक से चौका लगाकर प्रियांश ने खाता खोला और फिर कगिसो रबाडा को भी कुछ बेहतरीन शॉट लगाए। केवल 23 गेंदों में 47 रन बनाने के बाद वह राशिद ख़ान का शिकार बने। उनकी पारी में सात चौके और दो छक्के शामिल रहे।
मैच के अंतिम चरण में शशांक सिंह ने श्रेयस के साथ मिलकर पारी को शानदार तरीके से खत्म किया। शशांक ने केवल 16 गेंदों में 44 रन बनाए, जिसमें पांच चौके सिराज के अंतिम ओवर में लगाए। श्रेयस ने आखिरी ओवर में भी दो रन भागते हुए 97 रन के स्कोर पर मैच समाप्त किया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए गुजरात टाइटन्स (GT) ने धीरे-धीरे खेल की शुरुआत की, लेकिन शुभमन गिल ने चार्ज किया और 14 गेंदों में 33 रन बनाकर टीम की उम्मीदों को जीवित रखा। उनके साथ साई सुदर्शन थे, जिन्होंने 21 गेंदों में 25 रन बनाए, लेकिन इसके बाद उन्होंने बेहतरीन कमबैक किया।
सुदर्शन ने 31 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और फिर खुलकर खेलने लगे। हालांकि, जब वह काफ़ी खतरनाक दिख रहे थे, तब 13वें ओवर में अर्शदीप सिंह ने उन्हें आउट करके पंजाब किंग्स को मैच में वापस लाया।
इसके बाद इंपैक्ट प्लेयर के रूप में शरफ़ेन रदरफ़ोर्ड ने अपनी पहली चार गेंदों में दो छक्के और एक चौका लगाया, जिससे गुजरात टाइटन्स के लिए मैच में उम्मीद जिंदा रही। लेकिन, पंजाब किंग्स के इंपैक्ट खिलाड़ी विजयकुमार वैशाख ने अपनी शानदार गेंदबाजी से टीम को वापसी दिलाई। 15वें ओवर में केवल पांच रन खर्च किए और फिर 17वें ओवर में भी उन्होंने केवल पांच रन दिए, जिसमें तीन रन वाइड से आए थे।
18वें ओवर में, गुजरात के सेट बल्लेबाज जोस बटलर 33 गेंदों में 54 रन बना चुके थे, लेकिन वह भी आउट हो गए। 19वें ओवर में वैशाख ने 18 रन खर्च किए, और आखिरी ओवर में 27 रन चाहिए थे। अर्शदीप सिंह ने शानदार गेंदबाजी करते हुए अंतिम ओवर में केवल 15 रन दिए और पंजाब किंग्स को शानदार जीत दिलाई।
इस मैच में पंजाब किंग्स ने अपने बल्लेबाजों और गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन से जीत हासिल की, जबकि गुजरात टाइटन्स को अंत में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा।
श्रेयस अय्यर, प्लेअर ऑफ़ द मैच : पहले ही मैच में 97 पर नाबाद था, तो इससे अच्छी बड़ी बात कुछ नहीं हो सकती है। मेरे लिए जरूरी था कि मैं शुरुआत से ही आक्रमण करूं। प्रियांश आर्या ने भी अच्छी बल्लेबाज़ी की थी। मैंने उससे पिच को लेकर बात की थी। जैसे ही ओस आई तो चीज़ हमारे लिए बदल गई लेकिन हमनें अच्छा रहा कि मुमेंटम बनाया अंत तक। 16वें ओवर के बाद हम जब वैशाख को लाए तो यह अच्छा रहा, नियम भी था कि हम गेंद को बदल सकते थे और लार का इस्तेमाल कराया जा सकता था, तो यह हमारे हक में गया!
शुभमन गिल, गुजरात टाइटंस के कप्तान : मुझे लगता है कि जब हम गेंदबाजी और बल्लेबाजी कर रहे थे, तब हमें मौके मिले। बहुत सारे रन दिए गए। हमने मैदान पर भी खुद को निराश किया। बीच के तीन ओवरों में जब हमने 18 रन बनाए, और पहले तीन ओवरों में हमने बहुत अधिक रन नहीं बनाए। इससे हमें मैच में हार का सामना करना पड़ा। इसके कई सकारात्मक पहलू भी हैं। मुझे लगता है कि टूर्नामेंट की अच्छी शुरुआत हुई है। किसी के लिए एक प्रभावशाली खिलाड़ी के रूप में आकर यॉर्कर फेंकना कभी भी आसान नहीं होता, जब आप 15 ओवरों तक बेंच पर बैठे रहे हों। लगातार यॉर्कर फेंकने के लिए उन्हें श्रेय दिया जाना चाहिए। मेरा मतलब है कि यहां बल्लेबाजी के लिए हमेशा अच्छी विकेट होती है। आप 240-250 रन बना सकते हैं, लेकिन आपको विपक्ष को भी रोकना होगा।
अर्शदीप सिंह, पंजाब किंग्स के तेज़ गेंदबाज़ : हमारी सोच सिंपल और स्पष्ट थी कि हम उन्हें ऑफ साइड में खेलने देंगे। वैशाख के लिए वाकई बहुत खुश हूं। वह अभ्यास में कड़ी मेहनत कर रहा है। योजना यह थी कि अगर आप उनको मिस कराना चाहते हैं तो ऑफ साइड पर कराएं। ओस के कारण गेंद थोड़ी फिसलती है, लेकिन योजना यह थी कि जितना संभव हो सके, उतनी वाइड गेंदबाजी की जाए। सभी बल्लेबाजों को श्रेय जाता है, जिन्होंने पहली गेंद से ही हिट किया।