लखनऊ। उत्तर रेलवे की कार्य प्रगति की समीक्षा को लेकर महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने प्रधान कार्यालय, बडौदा हाउस, नई दिल्ली में विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की। इस मौके पर महाप्रबंधक ने कहा कि संरक्षा सर्वोपरि है, इसके लिए रेलपथों, चल स्टॉक, सिगनल एवं बिजली की ओवर हैड तारों के रख-रखाव पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए।
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उन्होंने विभागों से रेल कर्मचारियों के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षण एवं पुनश्चर्या पाठयक्रम आयोजित करने का परामर्श दिया ताकि उन्हें जागरूक बनाए रखा जा सके और रेल प्रणाली में मानवीय त्रुटियों को कम किया जा सके ।
संरक्षा समीक्षा के साथ-साथ, महाप्रबंधक ने यात्रियों और रेल सम्पति की संरक्षा और सुरक्षा हेतु उच्च मानकों को बनाए रखने में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 6 कर्मचारियों को संरक्षा सेवा पुरस्कार प्रदान किए।
उन्होंने सभी मंडलों को निर्देश दिया कि सिगनल प्रणाली को सुचारू रूप से चलाने,रेल पटरियों में आने वाली दरारों के अलावा सिगनलों और रेल वेल्डों की व्यापक रूप से सतत निगरानी के साथ रेलपथों पर विद्युत संरक्षा के साथ-साथ रेलगाड़ियों के निर्बाध परिचालन के लिए रिले और पैनल रूमों की संरक्षा पर भी ध्यान केन्द्रित करने,रेल परिचालन में मानवीय त्रुटियों को कम करने,विभागाध्यक्षों ओर मंडल रेल प्रबंधकों को समयपालनबद्धता को बनाये रखने और माल लदान व संरक्षा को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए
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उन्होंने कहा कि, जहां भी आवश्यक है,वहां पेडों की छँटाई के लिए वन विभाग से अनुमोदन लेने की प्रक्रिया को तेज किया जाये ताकि उनसे रेल पटरियों अथवा ओएचई तारों को कोई क्षति न पहुँचे।
महाप्रबंधक ने कहा कि बिजनेस डेवलेपमेंट यूनिटों के साथ परस्पर सम्पर्क बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीडीयू ग्राहकों के बीच भरोसे, सहयोग और आत्मविश्वास का माहौल बनाने का प्रयास करे।