जयपुर। राजस्थान आवासन मंडल ने आमजन के अपने घर के सपने को साकार करने के लिए नई योजनाएं लॉन्च करने का फैसला किया है। बोर्ड अप्रैल और मई में प्रदेश के 10 जिलों में आवासीय योजनाएं लॉन्च करेगा।
इनमें अलग-अलग आय वर्ग के लोगों के लिए इंडिपेंडेंट घर के साथ ही फ्लैट्स की योजनाएं शामिल हैं। योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करने पर लॉटरी के माध्यम से इंडिपेंडेंट घर और फ्लैट आवंटित किए जाएंगे।
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बताते चलें की राजस्थान सरकार ने बजट 2025-26 में अलग-अलग जिलों में आवासीय योजना लॉन्च करने की घोषणा की थी। अब राजस्थान हाउसिंग बोर्ड अप्रेल और मई में जयपुर, उदयपुर, बाड़मेर, कोटा और हनुमानगढ़ जिले में अलग-अलग आय वर्गों के लिए नई आवासीय योजनाएं लॉन्च करने जा रहा है।
बारां के अटरू व गजनपुरा, बूंदी के नैनवा व लाखेरी और धौलपुर में भी आवासीय योजना जल्द शुरू की जाएंगी। जैसलमेर और कोटपूतली-बहरोड़ में नीमराना के पास शाहजहांपुर में भी योजना की तैयारी चल रही है। इन 10 जिलों में ईडब्ल्यूएस, एलआईजी, मध्यम आय वर्गों व उच्च आय वर्गों के परिवारों के लिए इंडिपेंडेंट आवास और फ्लैट्स सरकार की ओर से निर्धारित दर पर मिलेंगे।
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आवासन आयुक्त डॉ. रश्मि शर्मा ने बताया कि राजस्थान आवासन मंडल ने आमजन के अपने घर के सपने को साकार करने के लिए नई योजनाएं लॉन्च करने का फैसला किया है। इन योजनाओं में आधुनिक सुविधाओं से युक्त आवासीय परिसर, ग्रीन क्षेत्र, सामुदायिक भवन, पार्किंग और जल संरक्षण जैसी तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। इससे लोगों को गुणवत्ता युक्त और बेहतरीन लाइफस्टाइल मिल सके।
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हाउसिंग बोर्ड के ये प्रोजेक्ट इनकम ग्रुप के हिसाब से बनाए गए हैं। इनमें 5 कैटेगरी ईडब्ल्यूएस, एलआईजी, एमआईजी ए, एमआईजी बी और एचआईजी है। आवेदक अपनी सालाना आय के अनुसार इनके लिए आवेदन कर सकता है। जैसे- ईडब्ल्यूएस (इकोनॉमी वीकर ग्रुप) फ्लैट के लिए आय सीमा सालाना 3 लाख रुपए तक की है।
एलआईजी (लोअर इनकम ग्रुप) में यह सीमा 3 से 6 लाख रुपए है। एमआईजी (मिडिल इनकम ग्रुप) में अलग-अलग आय वर्ग की दो कैटेगरी हैं। एमआईजी ए में 6 से 12 लाख रुपए और एमआईजी बी में 12 से 18 लाख रुपए हैं। एचआईजी (हाई इनकम ग्रुप) में 18 लाख से ज्यादा आय वर्ग के लोग आवेदन कर सकते हैं।