दुबई । एशिया कप 2025 जीतने के बावजूद भारतीय टीम को ट्रॉफी नहीं दी गई, जिससे कप्तान सूर्यकुमार यादव ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, मैंने कभी नहीं देखा कि किसी चैंपियन टीम को उसकी कड़ी मेहनत से जीती हुई ट्रॉफी से वंचित किया गया हो। मैच के बाद भारतीय टीम ने एसीसी अध्यक्ष और पीसीबी चीफ मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया। इस वजह से ट्रॉफी वितरण में देरी हुई और पूरी टीम रात भर बिना ट्रॉफी के रही।
सूर्यकुमार ने स्पष्ट किया कि यह फैसला खिलाड़ियों का था, न कि किसी प्रशासक का। उनका कहना था,हमें किसी ने ऐसा करने को नहीं कहा, यह हमने मैदान पर खुद तय किया। उन्होंने कहा कि टीम ने ट्रॉफी न मिलने के बावजूद जश्न मनाया और हर खिलाड़ी की मेहनत की सराहना की। उन्होंने मजाक में ट्रॉफी उठाने का नाटक किया, जिससे माहौल हल्का बना।
हमारी असली ट्रॉफी,हमारी टीम है
सूर्यकुमार ने कहा कि मेरे लिए ट्रॉफी ड्रेसिंग रूम में बैठी है। हमारे खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ। वही असली ट्रॉफी हैं, जिनके साथ बिताया हर पल यादगार रहेगा। बाहर चल रहे विवादों और मीडिया के शोर से बचने के लिए सूर्या ने टूर्नामेंट के दौरान सोशल मीडिया ऐप्स हटाकर खुद को खेल पर केंद्रित किया। उनका मंत्र था कि कमरा बंद करो, फोन बंद करो, सो जाओ।
मैच फीस भारतीय सेना को दान
प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में उन्होंने घोषणा की कि टूर्नामेंट की पूरी मैच फीस भारतीय सशस्त्र बल को दान करेंगे। उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता कि लोग इसे कैसे लेंगे, लेकिन मेरे लिए यह सही काम है। सूर्यकुमार ने कहा, मैच के बाद स्क्रीन पर लिखा था। इंडिया एशिया कप 2025 चैंपियंस। बस, इससे बेहतर क्या चाहिए?