रिपोर्ट – सिद्धार्थ जैन
जयपुर। राजधानी जयपुर इन दिनों न सिर्फ अपने ऐतिहासिक किलों और संस्कृति के लिए चर्चा में है, बल्कि टीवी शो ‘प्रथाओं की ओढ़े चुनरी: बींदणी’ की टीम के आगमन से एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है। शो के प्रमुख कलाकार आकाश जग्गा, गौरी शेलगांवकर और मोनिका खन्ना इन दिनों अपनी आगामी श्रृंखला के प्रमोशन के सिलसिले में जयपुर पहुंचे, जहां उन्हें न सिर्फ स्थानीय संस्कृति को करीब से जानने का मौका मिला, बल्कि यह यात्रा उनके लिए भावनात्मक रूप से भी बेहद खास रही।
सन नियो चैनल पर 12 अगस्त से प्रसारित होने जा रहे इस शो की कहानी राजस्थान के एक छोटे से गाँव की जिंदादिल लड़की ‘घेवर’ के इर्द-गिर्द घूमती है। माता-पिता के निधन के बाद अपने भाई-भाभी के स्नेह में पली-बढ़ी घेवर की जिंदगी तब करवट लेती है जब उनके दरवाजे पर एक नवजात शिशु दस्तक देता है। यह बच्चा न केवल दो जिंदगियों को जोड़ता है, बल्कि घेवर को एक ऐसे संघर्ष में डाल देता है जहां त्याग, प्रेम, परंपरा और आत्मसम्मान की गहरी परतें सामने आती हैं।
घेवर की भूमिका निभा रहीं अभिनेत्री गौरी शेलगांवकर ने जयपुर यात्रा को अविस्मरणीय बताते हुए कहा, “यह मेरी पहली राजस्थान यात्रा है और इस शो के माध्यम से मुझे इस धरती से जुड़ने का सौभाग्य मिला। खास बात यह रही कि मुझे कुछ वास्तविक बींदणियों से मिलने का अवसर मिला, जिनकी कहानियों ने मुझे अंदर तक झकझोर दिया। उनके अनुभवों ने मेरे किरदार में और अधिक गहराई ला दी।
वहीं शो में ‘कुंदन’ की भूमिका निभा रहे आकाश जग्गा ने कहा, जयपुर मेरा घर है, लेकिन इस बार का अनुभव अलग था। अपने को-एक्टर्स के साथ अपनी धरती की खूबसूरती साझा करना मेरे लिए गर्व और सुकून देने वाला पल था।”
शो की टीम ने जयपुर की रंग-बिरंगी गलियों में घूमते हुए राजस्थानी खानपान का भी लुत्फ उठाया और परंपरागत पहनावे व लोक संस्कृति से जुड़ी गतिविधियों में भाग लिया।
‘बींदणी’ सिर्फ एक धारावाहिक नहीं, बल्कि यह उस हर स्त्री की कहानी है जो परंपराओं के बोझ तले भी अपने अधिकार और आत्मसम्मान की लड़ाई पूरी हिम्मत से लड़ती है। जयपुर में टीम का यह दौरा न सिर्फ प्रमोशन का हिस्सा था, बल्कि यह एक आत्मीय जुड़ाव और अनुभव का संगम भी बन गया।