लखनऊ। उत्तर प्रदेश की मेजबानी में पहली बार आयोजित किए जा रहे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022 में महिलाओं की 20 किमी रेस वाक इवेंट का स्वर्ण पदक जीतने वाली राजस्थान के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यायल की एथलीट पूनम कुमावत राजधानी लखनऊ में इन खेलों के लिए हुए इंतजामों की मुरीद हो गई हैं ।
पूनम ने गुरु गोविन्द सिंह स्पोर्टस कालेज ट्रैक पर 20 किलोमीटर की रेस 1.44.01.63 घंटे में पूरी की। दूसरे स्थान पर पंजाबी यूनिवर्सिटी की पायल रहीं, जिन्होंने 1.45.23.38 घंटे का समय निकाला। पहली बार खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में हिस्सा ले रहीं पूनम ने कहा,- हमारी सरकार हमारी कोई मदद नहीं करती लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने खिलाड़ियों के लिए बेहतरीन इंतजाम किए हैं। हर खिलाड़ी इससे खुश है। मेरा यह पहला यूनिवर्सिटी गेम्स है और मैं यहां आकर काफी खुश हूं।
मोहन लाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी में एमए फाइनल ईयर की छात्रा पूनम अपने परफॉर्मेंस से खुश नहीं हैं। पूनम ने कहा,- मेरा परफॉर्मेंस स्लो रहा। जिस तरह की ट्रेनिंग मैंने की थी, उस हिसाब से टाइमिंग नहीं आ पाया। मैं जो टाइमिंग फालो कर रही थी, वह शुरुआत से ही खराब हुई और मैं उसे रिकवर नहीं कर पाई।
20 किमी रेस वाकिंग में नेशनल रिकार्ड प्रियंका गोस्वामी का है, जो उन्होंने नेशनल रेस वाकिंग चैंपियनशिप के दौरान 2021 में बनाया था। प्रियंका ने 1.28.45 का समय दिया था। इस समय तक पहुंचने का कब तक लक्ष्य रखा है, इस बारे में पूनम ने कहा- वहां तक पहुंचने के लिए मुझे काफी मेहनत करनी होगी। मैं मेहनत कर भी रही हूं। मुझे करना भी है।
पूनम मूल रूप से भीलवाड़ा की निवासी हैं लेकिन अभी जयपुर में प्रैक्टिस करती है। पूनम ने कहा,- मैं मूल रूप से भीलवाड़ा जिले से हूं। पिताजी सरकारी लैब टेक्नीशियन हैं और खेती भी करते हैँ। खेलों में अपने परिवार से एकमात्र सदस्य हूं। स्कूल स्तर से ही मुझे रेस वाकिंग का शौक था। स्कूल के बाद में बीए में नहीं खेल पाई थी। फिर मैं जयपुर आई और फिर प्रैक्टिस शुरू किया।
पूनम ने बताया कि रेस वाकिंग उनका यह यह पहला बड़ा मेडल है। बकौल पूमन,-अब तक कई रेस वाकिंग चैंपियनशिप में हिस्सा ले चुकी हूं। इससे पहले कोई मेडल नहीं था। इसके अलावा आल इंडिया वेस्ट जोन यूनिवर्सिटी खेली हूं। वहां मेरा 1.44 समय था। मेरा पर्सनल बेस्ट 1.41 है।
पूनम ने बताया कि वह 17 जून से भुवनेश्वर में होने वाले इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में हिस्सा लेने की तैयारी कर रही हैं। पूनम में कहा,- मुझे भुवनेश्वर में हिस्सा लेना है और जहां तक लक्ष्य की बात है तो भारत को इंटरनेशनल स्तर पर रिप्रेजेंट करना है।-
राजस्थान सरकार से क्या किसी तरह का सपोर्ट मिलता है, इस बारे में पूनम में कहा,- नहीं किसी प्रकार का सपोर्ट नहीं मिलता। वैसे एक स्कालरशिप मिलती है लेकिन 2016 के बाद से नियमित तौर पर नहीं मिल रहा है। सरकार की तरफ से कोई पहल नहीं है। मेरी यूनिवर्सिटी उन खिलाड़ियों को नगद इनाम देती है, जो गोल्ड लेकर आते हैं।