Thursday, September 4, 2025
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    विकसित भारत अभियान को गति देगा वैश्य समाज : डा. नीरज बोरा

    लखनऊ । वैश्य समाज अपनी सांगठनिक क्षमता में वृद्धि करते हुए देश व प्रदेश के विकास में अग्रणी भूमिका निभाएगा। सोमवार को सीतापुर रोड स्थित बृज की रसोई रिसॉर्ट में आयोजित इण्टरनेशनल वैश्य फेडरेशन यूपी प्रदेश इकाई की कोर कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के प्रदेश अध्यक्ष एवं लखनऊ उत्तर से विधायक डा. नीरज बोरा ने की।

    सामाजिक ताने बाने को मजबूत कर विकसित भारत बनाने के अभियान को गति देने का आह्वान करते हुए विधायक डा. नीरज बोरा ने कहा कि इण्टरनेशनल वैश्य फेडरेशन एक मात्र ऐसा संगठन है जो वैश्य समाज के सभी घटकों को एक छतरी के नीचे लाने के लिए संकल्पबद्ध है।

    उन्होंने कहा कि आज की कोर कमेटी बैठक में अग्रवाल, अग्रहरि, अयोध्यावासी, दोसर, जायसवाल, पोरवाल, हलवाई, चौरसिया, साहू, वार्ष्णेय, रस्तोगी, स्वर्णकार, पोरवाल, पटवा, जैन, बरनवाल समेत समाज के 18 से अधिक घटकों का भी प्रतिनिधित्व है, जो संगठन में विभिन्न पदों पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संगठन के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में चले रक्तदान अभियान में यूपी से हजारों यूनिट रक्तदान का रिकार्ड बना है।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि भामाशाह जयंती को व्यापारी कल्याण दिवस के रुप में मनाने तथा महाराजा अग्रसेन सहित समाज के महापुरुषों की जीवनी को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल कर उन्होंने समाज को न केवल उपकृत किया है अपितु भयमुक्त वातावरण स्थापित कर व्यापारियों को सम्बल प्रदान किया है।

    कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलन, मां लक्ष्मी के पूजन अर्चन और संगठन संस्थापक रामदास अग्रवाल के चित्र पर पुष्पार्पण से हुआ। बैठक में विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर मंथन हुआ। इस दौरान उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों के संगठनात्मक कार्यों की क्रमवार समीक्षा समीक्षा की गई तथा जिला इकाइयों को सशक्त बनाने के लिए प्रभारियों की नियुक्ति कर उन्हें 15 सितम्बर के पूर्व जिला प्रवास करते हुए अपनी रिपोर्ट प्रदेश कार्यालय को सौंपने के निर्देश दिये गये।

    हाल ही में डा. नीरज बोरा को इण्टरनेशनल वैश्य फेडरेशन का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष मनोनीत होने पर पदाधिकारियों ने उन्हें अपनी बधाई भी दी। महानगर अध्यक्ष सुनील अग्रवाल व प्रदेश से आये वरिष्ठ पदाधिकारियों ने डा. नीरज बोरा को फूल मालाओं से लाद दिया। इस दौरान पूर्व पार्षद रुपाली गुप्ता को लखनऊ महानगर इकाई की महिला शाखा का अध्यक्ष मनोनीत किया गया। संचालन प्रदेश महामंत्री डा. अजय गुप्ता ने किया।

    बैठक में महिला इकाई की प्रदेश अध्यक्ष डा. मिथलेश अग्रवाल, ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष इंजी. जगमोहन गुप्ता, अवध क्षेत्र के अध्यक्ष राममोहन गुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार अजय जायसवाल, माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष डा. धनंजय गुप्ता, बहजोई नगर पालिका के अध्यक्ष राजेश शंकर राजू आदि ने भी महत्वपूर्ण सुझाव दिये।

    आयोजन में पश्चिम क्षेत्र के अध्यक्ष अशोक अग्रवाल, प्रदेश महामंत्री व बुंदेलखण्ड के प्रभारी शिवकुमार सोनी, प्रदेश महामंत्री जितेन्द्र रस्तोगी, उमाशंकर गुप्ता, प्रदीप कुमार जैन, रविकान्त गोयल, अमित पोरवाल, गोविन्द साहू, डी.सी. गुप्ता, लोकराम अग्रवाल, विशाल जायसवाल, आशीष गुप्ता, चौरसिया समाज के प्रदेश अध्यक्ष विजय चौरसिया, अयोध्यावासी समाज के अवधेश कौशल, मनोज गुप्ता गुड्डू, दिनेश चौरसिया, रघुनन्दन साहू, लोकराम अग्रवाल, उमेश बरनवाल, ऋषभ गुप्ता, कमलेश्वर सोनी, मनीष अग्रवाल, महेश अग्रवाल, शैलेन्द्र स्वर्णकार, अल्पना गुप्ता, कंचन गुप्ता, हिमांशु गर्ग, अरविन्द गुप्ता सहित अन्य मौजूद रहे।

     

    इन्वेस्ट यूपी कराएगा जीएम-डीआईसी और उद्यमी मित्रों की रणनीतिक ट्रेनिंग

    लखनऊ। इन्वेस्ट यूपी ने राज्य में औद्योगिक विकास को सुदृढ़ करने और निवेश आकर्षित करने के लिए  गए पहलों, योजनाबद्ध प्रयासों और सात सूत्रीय एजेंडा से औद्योगिक मंत्री नंद गोपाल गुप्ता “नंदी” को अवगत कराया।

    इन पहलों का उद्देश्य जमीनी स्तर पर समन्वय को सशक्त बनाना, निवेश परियोजनाओं की सघन निगरानी,लक्षित क्षमता-वर्धन और नीतियों के प्रभावी कार्यान्वयन के माध्यम से उत्तर प्रदेश को उसके महत्वाकांक्षी विकास एवं निवेश लक्ष्यों की ओर तीव्र गति से अग्रसर करना है।

    बैठक के दौरान मंत्री नंदी ने इस बात पर बल दिया कि “इन्वेस्ट यूपी और उद्यमी मित्र” यह सुनिश्चित करें कि निवेश उत्तर प्रदेश के हर हिस्से तक पहुँचे और कोई भी ज़िला पीछे न छूटे। उन्होंने सभी उद्यमी मित्रों से आग्रह किया कि वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के विज़न को साकार करने हेतु पूर्ण समर्पण के साथ कार्य करें।

    औद्योगिक परिवर्तन की नींव

    इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उन्होंने एकल-खिड़की प्रणाली को मज़बूत करने और निवेश मित्र पोर्टल को और अधिक सरल, कुशल और बाधारहित बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा— “ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस केवल प्राथमिकता नहीं है, यह हमारे औद्योगिक परिवर्तन की नींव है। उन्होने कहा कि “प्रदेश को एक प्रमुख निवेश गंतव्य बनाने के लिए उद्यमी मित्रों की संख्या बढ़ाने पर भी विचार किया जाएगा”।

    इससे पहले 28 अप्रैल 25 को नंदी की अध्यक्षता में लखनऊ में संपन्न समीक्षा बैठक में दिए गए रणनीतिक दिशानिर्देशों के अंतर्गत शुरू की गई थीं।

    14 जनपदों का निरीक्षण

    जनपद स्तरीय समन्वय और निरीक्षण इन्वेस्ट यूपी की मुख्यालय टीम द्वारा पूरे उत्तर प्रदेश में क्षेत्रीय निरीक्षण की प्रक्रिया शुरू की गई है। अब तक कुल 14 जनपदों का निरीक्षण किया जा चुका है । इन निरीक्षणों के दौरान, स्थानीय औद्योगिक संघों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद, निवेशक स्थलों का भौतिक अवलोकन और जिला उद्योग केंद्र (डीआईसी) की कार्यप्रणाली का परीक्षण किया गया ।

    इन निरीक्षणों के परिणामस्वरूप विभिन्न लंबित विषयों का प्रभावी ढंग से निराकरण सुनिश्चित हुआ है। शेष 61 जनपदों का निरीक्षण चरणबद्ध रूप से 20 अगस्त से किया जाएगा ।

    राज्यव्यापी निवेश समीक्षा इन्वेस्ट यूपी ने 46 दिवसीय व्यापक समीक्षा अभियान के तहत सभी 75 जनपदों में जनपदवार निवेश समीक्षा बैठकें योजित कीं। जिनमें 155 अधिकारियों ने भाग लिया । इन समीक्षाओं का मुख्य केंद्र भूमि की उपलब्धता, प्रगतिशील परियोजनाओं का मूल्यांकन, समझौता ज्ञापनों (MoUs) की ट्रैकिंग और निवेश मित्र पोर्टल के माध्यम से समस्याओं का निराकरण रहा । इसके अलावा, प्रत्येक 100 करोड़ से कम के लगभग 180 इन्वेस्टमेंट लीड्स की भी समीक्षा की गई ।

    क्षमता-वर्धन कार्यक्रम जिला उद्योग केंद्र (जीएम-डीआईसी) के अधिकारियों के लिए, इन्वेस्ट यूपी द्वारा आईआईएम लखनऊ के सहयोग से एक 5 दिवसीय आवासीय प्रबंधन विकास कार्यक्रम (MDP) की परिकल्पना की गई है । यह कार्यक्रम नेतृत्व, रणनीतिक योजना, वित्तीय दक्षता, संप्रेषण कौशल, परियोजना क्रियान्वयन और प्रौद्योगिकी तत्परता जैसे छह मॉड्यूल पर आधारित है ।

    44 हजार से अधिक भूखंडों का सर्वेक्षण

    उद्यमी मित्रों के लिए एक वर्ष की अवधि की KPI आधारित क्षमता-वर्धन पहल UNBOX टीम के सहयोग से संचालित की जा रही है । इसमें 5 दिवसीय प्रत्यक्ष प्रशिक्षण (तीन बैच) और छह महीने की वर्चुअल सहभागिता शामिल है ।
    औद्योगिक भूमि सर्वेक्षण उद्यमी मित्रों के सहयोग से दो एजेंसियों द्वारा प्रमुख औद्योगिक विकास प्राधिकरणों के अंतर्गत औद्योगिक भूमि का विस्तृत सर्वेक्षण एवं मानचित्रण किया जा रहा है । कुल 44 हजार से अधिक भूखंडों का सर्वेक्षण किया जा रहा है ।

    समझौता ज्ञापनों (MoU) का अनुश्रवण ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-4 (GBC-4) के अंतर्गत 2.35 लाख करोड़ के निवेश से जुड़े 6,200 समझौता ज्ञापनों हेतु वाणिज्यिक संचालन की विस्तृत प्रगति चिह्नांकन की प्रक्रिया चल रही है । इसके साथ ही 5 लाख करोड़ के GBC-5 लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में भी सक्रिय रूप से काम किया जा रहा है।

    राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में प्रवेश 25 अगस्त तक और निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में 30 अगस्त तक होंगे

    लखनऊ। उत्तर प्रदेश में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) की चतुर्थ चरण प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है।

    व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता विभाग के अधिशासी निदेशक तथा एससीवीटी के कार्यकारी निदेशक अभिषेक सिंह ने बताया कि तृतीय चरण प्रवेश प्रक्रिया के बाद शेष रिक्त सीटों को भरने के लिए 15 अगस्त तक आवेदन आमंत्रित किए गए थे।

    इन आवेदनों और पूर्व में पंजीकृत अभ्यर्थियों की ग्रुपवार मेरिट सूची तैयार कर संबंधित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को भेज दी गई है। उन्होंने बताया कि सभी गैर-चयनित एवं नवीन आवेदनकर्ताओं की सूची उनके लॉगिन पर उपलब्ध करा दी गई है, जिसके आधार पर अभ्यर्थी नियमानुसार प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण कर सकेंगे। राजकीय संस्थानों में अभ्यर्थियों को अपने गृह जनपद और अस्थायी पते से संबंधित जनपद में उपलब्ध सीटों पर प्रवेश का अवसर मिलेगा।

    http://www.scvtup.in पर जाकर “चौथे चरण के लिए रैंक” विकल्प पर क्लिक

    राजकीय संस्थानों के अभ्यर्थी http://www.scvtup.in पर जाकर “चौथे चरण के लिए रैंक” विकल्प पर क्लिक कर अपनी रैंक देख सकते हैं। यहां पूर्व पंजीकृत एवं नवीन आवेदनकर्ताओं के लिए अलग-अलग विकल्प उपलब्ध हैं। पंजीकरण संख्या और जन्मतिथि दर्ज करने पर रैंक प्रदर्शित होगी, जिसका प्रिंट लेकर अभ्यर्थी 19 से 24 अगस्त तक संबंधित जनपद के नोडल प्रधानाचार्य से संपर्क कर सकते हैं।

    पहले पूर्व पंजीकृत अभ्यर्थियों को सीट आवंटित की जाएगी। इसके बाद उपलब्ध रिक्त सीटों के आधार पर नवीन आवेदनकर्ताओं की मेरिट सूची से व्यवसाय आवंटन किया जाएगा। शासनादेश के अनुसार राजकीय संस्थानों में प्रवेश की यह प्रक्रिया 25 अगस्त 2025 तक जनपद स्तर पर गठित समिति की देखरेख में पूरी की जाएगी।

    आवंटित सूची संस्थानों के सूचना पट पर प्रदर्शित की जाएगी और इसकी जानकारी स्थानीय समाचार पत्रों में भी प्रकाशित होगी। निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में प्रवेश, पंजीकरण, आवेदन अपलोड और सत्यापन की अंतिम तिथि 30 अगस्त की मध्यरात्रि तक निर्धारित की गई है।

    प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए गए हैं कि अभ्यर्थी द्वारा ऑनलाइन आवेदन में दी गई समस्त जानकारी जैसे शैक्षिक योग्यता और जाति प्रमाणपत्र की जांच कर ही प्रवेश अनुमन्य किया जाए। प्रवेशित अभ्यर्थियों का डेटा 26 अगस्त की मध्यरात्रि तक एससीवीटी पोर्टल पर अपलोड और सत्यापित किया जाना अनिवार्य होगा।

    जनता दर्शन में ऊर्जा मंत्री ने सुनी शिकायतें,अधिकारियों को दिए कड़े निर्देश

    ऊर्जा मंत्री ने बस्ती के अधीक्षण अभियंता पर की सख्त कार्रवाई,निलंबित

    लखनऊ। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने राजधानी स्थित अपने सरकारी आवास पर जनता दर्शन कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान बड़ी संख्या में आम नागरिक अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे।मंत्री श्री शर्मा ने प्रत्येक व्यक्ति से आत्मीय संवाद कर उनकी समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना और तत्काल निस्तारण हेतु संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जनता दर्शन केवल औपचारिकता नहीं है, बल्कि जनता के प्रति सरकार की जवाबदेही और सेवा का दायित्व है। जनता की समस्याओं का निस्तारण समयबद्ध और पारदर्शी ढंग से होना चाहिए। किसी भी स्तर पर शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

    जनता दर्शन में आने वाले अधिकतर प्रकरण विद्युत बिलों में गड़बड़ी, नए कनेक्शन, विद्युत आपूर्ति की अनियमितता, नगर निकाय से संबंधित सफाई, नाली, जलभराव, सड़क निर्माण एवं मरम्मत तथा विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ न मिलने जैसी समस्याओं से जुड़े रहे।ऊर्जा मंत्री ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक प्रकरण को गंभीरता से लेकर प्राथमिकता पर निस्तारित करें, साथ ही जनसुनवाई से प्राप्त शिकायतों की मॉनिटरिंग हो और निस्तारण की स्थिति से उन्हें अवगत कराया जाए।

    संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि बार बार लटकाए गए मामलों का तुरंत समाधान कर फरियादी को राहत दी जाए। लापरवाही की किसी भी शिकायत पर दोषी अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार का मूल मंत्र “जनसेवा ही जनधर्म” है।

    जनता दर्शन से न केवल जनता को राहत मिलती है बल्कि शासन-प्रशासन को जमीनी हकीकत जानने का अवसर भी प्राप्त होता है।मंत्री श्री शर्मा ने यह भी कहा कि विभागीय अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में जनता से संवाद की व्यवस्था मजबूत करें ताकि लोगों को लखनऊ तक भटकना न पड़े। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि समस्याओं का समाधान जनता के दरवाजे पर ही होना चाहिए।

    पीकेएल सीजन 12 : नई उम्मीदों और युवा जोश के साथ खिताब की तलाश में यू मुंबा

    पीकेएल सीजन 12 : नई उम्मीदों और युवा जोश के साथ खिताब की तलाश में यू मुंबा

    मुंबई। प्रो कबड्डी लीग सीजन 2 की चैंपियन यू मुंबा की टीम एक बार फिर से खिताब पर कब्जा जमाने के इरादे से सीजन 12 की शुरुआत करेगी। पीकेएल सीजन 12 एक नई उम्मीदों और युवा जोश के साथ खिताब की तलाश में यू मुंबा जो 29 अगस्त से शुरू हो रहा है।

    कप्तान सुनील कुमार की अगुवाई में यू मुंबा ने पिछले सीजन में 22 में से 12 मुकाबले जीतकर तीन साल बाद पीकेएल प्लेऑफ़ में जगह बनाई थी। हालांकि, उनका सफर एलिमिनेटर 2 में पटना पाइरेट्स के खिलाफ हार के साथ खत्म हो गया।

    पीकेएल सीजन 11 के प्लेऑफ़ में जगह बनाने के बावजूद यू मुंबा ने अपने हेड कोच घोलामरेज़ा मज़ंदरानी को सीजन 12 के लिए रिटेन नहीं किया।

    यू मुंबा ने अनिल चपराना को पीकेएल सीजन 12 के लिए अपना नया हेड कोच नियुक्त किया। इससे पहले चपराना यू मुंबा के हेड कोच रह चुके हैं, जिन्हें 2022 में घोलामरेज़ा मज़ंदरानी ने रिप्लेस किया था। इसके बाद उन्होंने पटना पाइरेट्स में नरेंद्र रेडू के साथ एक सीजन तक असिस्टेंट कोच के रूप में काम किया।

    चपराना ने पीकेएल सीजन 11 में यू मुंबा के असिस्टेंट कोच के रूप में वापसी की और टीम को 2019 के बाद पहली बार प्लेऑफ़ में पहुंचाने में मदद की।

    इस बीच, यू मुंबा ने अपने कोर खिलाड़ियों को बनाए रखा है, जिन्होंने पिछले सीजन उन्हें प्लेऑफ़ तक पहुंचाया था। इसके अलावा, सीजन 12 की नीलामी में उन्होंने 8 खिलाड़ियों को साइन करने के लिए ₹4.905 करोड़ खर्च किए।

    पीकेएल सीजन 12 की नीलामी से पहले यू मुंबा ने अपने अधिकांश खिलाड़ियों को रिटेन कर लिया था।
    इनमें कप्तान सुनील कुमार, लेफ्ट रेडर अजीत चौहान, राइट रेडर सतीश कन्नन, लेफ्ट कॉर्नर दीपक कुंडू और लोकेश घोषलिया, लेफ्ट कवर सनी और मुकिलन शन्मुगम, ऑलराउंडर आमिर मोहम्मद जफरदनेश और रोहित शामिल हैं।

    सीजन 12 में यू मुंबा की डिफेंस उनकी सबसे बड़ी ताकत साबित हो सकती है। कप्तान सुनील कुमार एक बार फिर से टीम की डिफेंस की कमान संभालेंगे। वह पीकेएल इतिहास में सबसे ज़्यादा टैकल पॉइंट्स (390) के मामले में पांचवें स्थान पर हैं।

    इसके अलावा, यू मुंबा ने अपने एफबीएम कार्ड का इस्तेमाल कर ₹25.10 लाख में एक बार फिर से परवेश भैंसवाल को रिटेन किया, जिन्होंने पिछले सीजन 23 मैचों में 38 टैकल पॉइंट्स लिए थे।

    उनके अन्य डिफेंडर्स में रिंकू (राइट कॉर्नर), लोकेश घोषलिया (लेफ्ट कॉर्नर), दीपक कुंडू (लेफ्ट कॉर्नर), सनी (लेफ्ट कवर), मुकिलन शन्मुगम (लेफ्ट कवर) और रवि (राइट कवर) शामिल हैं।

    यू मुंबा ने युवा ऑलराउंडर आनिल मोहन को ₹78 लाख में साइन किया, जो पीकेएल इतिहास में कैटेगरी डी के सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए हैं। भारतीय कबड्डी सर्किट में सबसे प्रतिभाशाली युवाओं में गिने जाने वाले आनिल इस सीजन में गेम-चेंजर साबित हो सकते हैं।

    यू मुंबा की सबसे बड़ी कमजोरी है उनके पूर्व लीड रेडर मंजीत दहिया का जाना, जो अब दो बार की चैंपियन जयपुर पिंक पैंथर्स में शामिल हो गए हैं। 730 रेड पॉइंट्स के साथ मंजीत का अनुभव निश्चित रूप से टीम को मिस होगा।

    लोकेश घोषलिया और दीपक कुंडू यू मुंबा की लेफ्ट कॉर्नर पोजिशन के दो विकल्प हैं। लेकिन लोकेश ने सिर्फ 11 पीकेएल मैच खेले हैं जबकि दीपक ने अब तक सिर्फ 2 मैचों में भाग लिया है। यह अनुभव की कमी टीम के लिए चुनौती बन सकती है।

    टीम ने अनिल चपराना में विश्वास दिखाते हुए उन्हें असिस्टेंट कोच से हेड कोच बना दिया। पिछले सीजन में उन्होंने घोलामरेज़ा मज़ंदरानी के साथ मिलकर यू मुंबा को तीन साल बाद प्लेऑफ़ में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी।

    यू मुंबा के युवा रेडर अजीत चौहान ने सीजन 11 में शानदार प्रदर्शन करते हुए 23 मैचों में 185 रेड पॉइंट्स हासिल किए थे। अब मंजीत की गैरमौजूदगी में उनके पास टीम के मुख्य रेडर बनने का सुनहरा मौका है।

    आनिल मोहन, लोकेश घोषलिया, दीपक कुंडू, मुकिलन शन्मुगम, अमरजीत और रवि जैसे कई युवा खिलाड़ी इस सीजन में खुद को साबित करने और शुरुआती 7 में जगह बनाने की कोशिश करेंगे।

    यू मुंबा की सबसे बड़ी चिंता उनकी टीम की कुल अनुभवहीनता है। हेड कोच अनिल चपराना की अगुवाई वाली टीम में कई ऐसे खिलाड़ी हैं जो अभी तक पीकेएल में डेब्यू भी नहीं कर पाए हैं या बहुत कम मैच खेले हैं।

    मंजीत के जाने के बाद टीम पूरी तरह से 20 वर्षीय अजीत चौहान पर निर्भर हो सकती है। उन्होंने भले ही पिछले सीजन शानदार प्रदर्शन किया हो, लेकिन क्या वो उस फॉर्म को बरकरार रख पाएंगे, यह देखने वाली बात होगी।

    कब्जामुक्त कराएं गरीब की जमीन, दबंगों पर हो कानून सम्मत कड़ा एक्शन : सीएम योगी

    रविवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में आए लोगों की समस्याएं सुनते CM योगी आदित्यनाथ I
    • जनता दर्शन में सीएम योगी ने सुनीं 200 लोगों की समस्याएं, निस्तारण के लिए अफसरों को दिए निर्देश

    गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर परिसर में जनता दर्शन के दौरान कई जिलों से आए लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। मौके पर मौजूद अधिकारियों को इन समस्याओं का त्वरित निस्तारण करने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार सबके जीवन में खुशहाली लाने को संकल्पित है। किसी के भी साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।

    जनता दर्शन में सीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी गरीब की जमीन पर यदि किसी ने कब्जा किया है तो तत्काल जमीन को कब्जा मुक्त कराने के साथ दबंगों को सबक सिखाया जाए। जमीन पर अवैध कब्जा करने वाले, कमजोरों को उजाड़ने वाले बख्शे न जाएं। उनके खिलाफ कानून सम्मत कड़ा एक्शन लिया जाए।

    सोमवार सुबह जनता दर्शन का आयोजन गोरखनाथ मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के बाहर किया गया था। यहां कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक मुख्यमंत्री खुद पहुंचे और एक-एक करके सबकी समस्याएं सुनीं। इस दौरान विभिन्न जिलों से आए करीब 200 लोगों से मुलाकात कर उन्होंने सबको आश्वस्त किया कि सरकार किसी के साथ अन्याय नहीं होने देगी। सबके प्रार्थना पत्रों को संबंधित अधिकारियों को संदर्भित करते हुए त्वरित और संतुष्टिपरक निस्तारण का निर्देश देने के साथ सीएम योगी ने लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार हर पीड़ित की समस्या का समाधान कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

    जनता दर्शन में एक महिला ने दबंग द्वारा जमीन कब्जा किए जाने की शिकायत की। इस पर मुख्यमंत्री ने पास में मौजूद प्रशासन व पुलिस के अफसरों को निर्देशित किया कि जमीन कब्जा की शिकायत पर त्वरित एक्शन लिया जाए। गरीब की जमीन कब्जामुक्त होनी चाहिए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी दबंग किसी की जमीन पर कब्जा न करने पाए।

    मुख्यमंत्री के समक्ष जनता दर्शन में हर बार की तरह कई लोग इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। सीएम योगी ने उन्हें आश्वस्त किया कि सरकार इलाज के लिए भरपूर मदद करेगी। उनके प्रार्थना पत्रों को अधिकारियों को हस्तगत करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इलाज से जुड़ी इस्टीमेट की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूर्ण करा कर शासन में उपलब्ध कराया जाए। राजस्व व पुलिस से जुड़े मामलों को उन्होंने पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ निस्तारित करने का निर्देश देते हुए कहा कि हर पीड़ित के साथ संवेदनशील व्यवहार करते हुए उसकी मदद की जाए।

    माधव – रितुराज की धमाकेदार पारी से मेरठ मावर्रिक्स की जीत से आगाज़

    • यूपी टी20 लीग सीजन-3 के उद्घाटन मुकाबले में कानपुर सुपर स्टार्स को 86 रन से करारी शिकस्त दी।

     

    यूपी टी-20 लीग सीजन-3 का रंगारंग आगाज़, सुनिधि–दिशा–तमन्ना ने बांधा समां

    लखनऊ। इकाना स्टेडियम रविवार को चमचमाती रोशनी, आतिशबाज़ी और बॉलीवुड सितारों की धमाकेदार प्रस्तुतियों का गवाह बना। यहां यूपी टी-20 लीग सीजन-3 का रंगारंग आगाज़ हुआ, जिसने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

     

    निर्णायक पल में बेहतरीन लय से हिमांशु बने 35+ वर्ग में चैंपियन

    • एसबी लाल एडवोकेट मेमोरियल वेटरन टेनिस टूर्नामेंट-2025 के एकल के अन्य वर्गो में निशांत, लक्ष्मण व मनोज ने जीता ख़िताब।

    लखनऊ। एसबी लाल एडवोकेट मेमोरियल वेटरन टेनिस टूर्नामेंट-2025 के फाइनल मुकाबले रोमांच और जोश से भरपूर रहे। इसमें निर्णायक क्षणों में बेहतरीन लय दिखाते हुए हिमांशु ने टाईब्रेक में बेहतर प्रदर्शन किया। उन्होंने भूपेंद्र चौधरी को 7-6 (5) से हराकर एकल 35 साल से अधिक आयु वर्ग का खिताब जीत लिया।

    स्वतंत्रता दिवस चैंपियनशिप के तहत एसडीएस टेनिस अकादमी द्वारा लामार्टिनियर कॉलेज स्थित लामार्टिनियर लॉन टेनिस फैसिलिटी में आयोजित तीन दिवसीय टूर्नामेंट में विभिन्न आयु वर्ग के दिग्गज खिलाड़ियों ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया।

    वहीं 35 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के युगल फाइनल में आदित्य कपूर व अंकुर की जोड़ी ने अश्विनी सिंह व अभिषेक विक्रम सिंह को 6-3 से पराजित किया।

    45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के एकल फाइनल में निशांत ने सत्य पाठक को 6-2 से हराया। वही युगल में भूपेंद्र चौधरी और डॉ. अपूर्व की जोड़ी ने सत्य पाठक व श्रीवत्सन को 6-2 से हराकर विजेता ट्रॉफी जीती।

    55 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के एकल मे लक्ष्मण सिंह विजेता रहे जिन्होंने भारत दुबे को 6-3 से हराया। वहीं युगल में नवीन चरण व अजीत दुबे की जोड़ी ने संजय कुमार व भरत दुबे को 6-4 से हराया।

    65 से अधिक आयु वर्ग के एकल फाइनल में मनोज ने अयाज़ को 6-2 से मात दी जबकि युगल में एचआई राय व एसबी खंडेलवाल ने भारत लाल व अयाज को 6-3 से हराया।

    समापन समारोह में मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति आलोक माथु (उच्च न्यायालय) व विशिष्ट अतिथि बीडी पॉलसन ने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।

    इस दौरान अपोलो हास्पिटल से कार्डिएक सर्जन भारत दुबे सहित सुनील भटनागर, अनिल कुमार, नवीन चरण, सौरभ चतुर्वेदी, दीपक पाठक, पवन सागर व सिद्धार्थ सागर भी मौजूद रहे।

    टाईब्रेक में मारी बाज़ी, संयम श्रीवास्तव बने चैंपियन

    44वां  शिवानी कप स्वतंत्रता दिवस स्पेशल ओपन चेस टूर्नामेंट के फाइनल में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
     
    लखनऊ। संयम श्रीवास्तव ने 44वां  शिवानी कप स्वतंत्रता दिवस स्पेशल ओपन चेस टूर्नामेंट में टाईब्रेक स्कोर में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और विजेता ट्रॉफी अपने नाम कर ली। दूसरी ओर आयु वर्ग के मुकाबलों में अभिनव कीर्ति वर्मन, लक्ष्य निगम व विवस्त सक्सेना चैंपियन बने।
    लखनऊ जिला चेस स्पोर्ट्स एसोसिएशन के तत्वावधान में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में मानसरोवर योजना शहीद पथ स्थित शिवानी पब्लिक स्कूल में आयोजित टूर्नामेंट में छठें व अंतिम राउंड के बाद संयम के साथ रवि शंकर, अभिजय भटनागर व आशीष प्रताप सिंह ने समान 6 अंक हासिल किए। हालांकि टाईब्रेकर स्कोर में बेहतरीन प्रदर्शन का फायदा संयम को मिला और वह चैंपियन बने। वहीं रवि, अभिजय व आशीष क्रमश: दूसरे से चौथे स्थान पर रहे। रोहन पांडेय को 5.5 अंक के साथ पांचवां स्थान मिला।
    अंडर-16 आयु वर्ग में अभिनव कीर्ति वर्मन ने 6 अंक के साथ पहला स्थान हासिल किया। आरव गुप्ता 5 अंक के साथ दूसरे व अंशुमान गुप्ता 4  अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहे।अंडर-13 आयु वर्ग में लक्ष्य निगम व अथर्व साहू के समान 5-5 अंक रहे लेकिन टाईब्रेक स्कोर के चलते लक्ष्य पहले व अथर्व दूसरे स्थान पर रहे। अद्मय शाही को 4.5 अंक के साथ तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा।
    अंडर-9 आयु वर्ग में विवस्त सक्सेना 5 अंक के साथ पहले, कुंवर प्रताप सिंह 4 अंक के साथ दूसरे व लक्ष्य गुप्ता 3 अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहे। टूर्नामेंट के समापन व पुरस्कार वितरण समारोह में शिवानी ग्रुप ऑफ स्कूल व कॉलेजेस के सीईओ सुधीर दुबे  (अध्यक्ष, लखनऊ जिला चेस स्पोर्ट्स एसोसिएशन) ने पुरस्कार वितरित किए।

    सीएम योगी ने गोरखपुर में रीजेंसी हॉस्पिटल का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया लोकार्पण

    रविवार को गोरखपुर में रीजेंसी हॉस्पिटल का लोकार्पण करते मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ व सांसद रवि किशन।

    गोरखपुर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर में उच्च स्तरीय इलाज के लिए अब न तो स्पेशलिटी सुविधाओं की कमी है और न ही पैसे की। यहां सुपर स्पेशलिटी सुविधाएं हैं और आम नागरिक को उसका लाभ दिलाने की प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान) भी है। यदि किसी के इलाज में आयुष्मान योजना की राशि कम पड़ेगी तो मुख्यमंत्री राहत कोष और जनप्रतिनिधियों की निधि से उसकी भरपूर मदद की जाएगी।

    सीएम योगी रविवार को रीजेंसी हॉस्पिटल के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने हॉस्पिटल का निरीक्षण कर सुविधाओं का जायजा लिया और हॉस्पिटल के पेशेंट एप ‘रीजेंसी माई केयर’ को भी लांच किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले महंगी स्वास्थ्य सुविधाएं गरीब के लिए दुर्लभ थीं, पर आज सहज उपलब्ध होने लगी हैं। यूपी सरकार ने साढ़े पांच करोड़ लोगों को आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख रुपये तक का निशुल्क उपचार उपलब्ध कराया है। इसके आलावा जिन लोगों के पास आयुष्मान योजना या मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ नहीं है, उनके लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से है। विधायकों को भी उनकी निधि से पचीस लाख तक की सहायता इलाज के लिए देने का अधिकार दिया गया है।

    सीएम योगी ने बताया कि मुख्यमंत्री राहत कोष से भी पिछले एक वर्ष में 1100 करोड़ रुपये इलाज के लिए दिए गए हैं। पहले यह सुविधाएं नहीं थीं और अगर कुछ सुविधाएं मिलती भी थीं तो ‘पिक एण्ड चूज’ के माध्यम से चेहरा देखकर मिलती थीं।

    बिना भेदभाव सुविधाएं देना सरकार का लक्ष्य
    सीएम योगी ने कहा कि जनता के साथ जो हर समय खड़ी हो वही सरकार है। सरकार का लक्ष्य हो कि जनता को बिना भेदभाव के सभी सुविधाएं प्राप्त हों। उन्होंने कहा कि इलाज हेतु प्रधानमंत्री राहत कोष से भी पैसा मिलता है। आज हर एक स्तर पर यह सुविधा मिल रही है। पिछले 11 वर्ष में विकासपरक परिवर्तन के फलस्वरूप व्यक्ति की आर्थिक क्षमता भी बढ़ी है। व्यक्ति पैसा खर्च कर सकता है बस उसको सुविधाओं की आवश्यकता रहती है।

    मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का शुरू होना बड़ी उपलब्धि
    मुख्यमंत्री ने कहा कि ढाई सौ बीएड का अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त मल्टी सुपर स्पेशलिटी का शुरू होना गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है। एक ही छत के नीचे यहां सारी सुविधाएं मिलेंगी। इसका लाभ पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमोत्तर बिहार और नेपाल के लोगों को भी मिलेगा। यहां 80 बेडेड आईसीयू की भी सुविधा है। उन्होंने कहा कि कानपुर में रीजेंसी हॉस्पिटल चिकित्सा सेवा के बैक बोन के रूप में है और यूपी में इसकी श्रृंखला शुरू हो रही है। इस हॉस्पिटल को गोरखपुर में स्थापित कराने के लिए सीएम योगी ने इसके साझीदार तनमय मोदी की मुक्त कंठ से सराहना की।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पताल उपचार का माध्यम है लेकिन यदि उपचार में सावधानी और सतर्कता नहीं बरती गई तो वह इंफेक्शन का भी माध्यम बन जाता है। इस अस्पताल में इन सभी सुविधाओं का ध्यान रखा गया है। यह अस्पताल इस क्षेत्र के पांच करोड़ आबादी के लिए एक बेहतरीन स्वास्थ्य केंद्र बनेगा।

    दस वर्ष पहले बेहद खराब थी पूर्वी यूपी में स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत
    सीएम योगी ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में आज से दस वर्ष पहले स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत बहुत खराब थी। सरकार उदासीन थी, जनता जैसे-तैसे अपना जीवनयापन करती थी। जनता को उत्तम स्वास्थ्य की सुविधा देने की प्रतिबद्धता के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब कार्य शुरू किया तो देश में स्वास्थ्य सुविधाओं में बेहतरीन वृद्धि देखने को मिली। आज से दस वर्ष पूर्व, पूर्वी यूपी में बीआरडी मेडिकल कॉलेज ही एक मात्र बड़ा स्वास्थ्य केंद्र था, जो खुद ही बीमार था। शासन की प्रतिबद्धता से आज बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं। गोरखपुर में एम्स भी संचालित हो गया है, दर्जनों अन्य अस्पताल भी खुल गये हैं।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले पूर्वी यूपी में गोरखपुर में ही मेडिकल कॉलेज था। आज बस्ती, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, अयोध्या, जौनपुर, बहराइच, बलरामपुर, गोंडा, प्रतापगढ़, आजमगढ़, अम्बेडकरनगर, चंदौली, मिर्जापुर आदि जिलो में भी मेडिकल कॉलेज हैं। बलिया में भी सरकार मेडिकल कॉलेज खोलने जा रही है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में स्वास्थ्य केंद्रों की एक लंबी श्रृंखला है, पहले इसका अभाव था। अब पूर्वी यूपी के जनपद गोरखपुर व जनपद रायबरेली में एम्स भी संचालित है। वाराणसी में टाटा कैंसर अस्पताल के सहयोग के साथ कैंसर के उपचार हेतु बीएचयू में एक बेहतरीन सेंटर का भी निर्माण किया गया है।

    स्वास्थ्य क्षेत्र में होनी चाहिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा
    मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। हमें इस क्षेत्र में अच्छे माॅडल देने पड़ेंगे। यह माॅडल गोरखपुर में आज से 22-23 वर्ष पूर्व गुरु गोरखनाथ चिकित्सालय द्वारा चलाये गये माॅडल की तरह हो सकता है। उस समय गोरखपुर में आईसीयू तथा डायलिसिस की सुविधा नहीं थी, तब इस अस्पताल ने आईसीयू तथा डायलिसिस की सुविधा का लाभ गोरखपुर को उपलब्ध कराया था। अस्पताल ने ब्लड बैंक की स्थापना को आगे बढ़ाकर ब्लड सेप्रेटर यूनिट व ब्लड एप्रेसिस यूनिट की भी व्यवस्था की थी। उस समय इस अस्पताल ने व्यक्ति की जरूरत व आर्थिक स्थिति के अनुसार स्वास्थ्य सुविधा देने का माॅडल दिया था। अब इस माॅडल को अपग्रेडेड माॅडल के रूप में आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।

    स्थानीय स्तर पर आठ-नौ सौ लोगों को सुलभ होगा रोजगार : डॉ. कपूर
    लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत करते हुए रीजेंसी हॉस्पिटल समूह के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. अतुल कपूर ने हॉस्पिटल में उपलब्ध सुविधाओं और सेवाओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस हॉस्पिटल से स्थानीय स्तर पर आठ से नौ सौ लोगों को रोजगार भी सुलभ होने जा रहा है। समारोह को गोरखपुर के सांसद रविकिशन शुक्ल और पिपराइच के विधायक महेंद्रपाल सिंह ने भी संबोधित किया।

    इस अवसर पर डुमरियागंज के सांसद जगदंबिका पाल, गोरखपुर के महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक प्रदीप शुक्ल, सरवन निषाद, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारू चौधरी, भाजपा के जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, रीजेंसी हॉस्पिटल के सीईओ डॉ. अभिषेक कपूर, स्थानीय साझीदार तनमय मोदी, काशी से आए जगद्गुरु संतोषाचार्य सतुआ बाबा, हनुमानगढ़ी अयोध्या से आए राजू दास, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास, उद्यमी चंद्रप्रकाश अग्रवाल, पुष्पदंत जैन आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

    नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ने मऊ में बच्चों के साथ ध्वजारोहण कर मनाया स्वतंत्रता दिवस

    नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ने मऊ में बच्चों के साथ ध्वजारोहण कर मनाया स्वतंत्रता दिवस

    मऊ। आज़ादी की 79वीं वर्षगांठ पर नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने मऊ के सरकारी कार्यक्रम में ध्वजारोहण करने के बाद एक दूरदर्शी, प्रेरणादायी और जोशीले संबोधन के माध्यम से न केवल पूर्व का इतिहास लिखने वालों को नमन किया, बल्कि भविष्य की दिशा भी स्पष्ट की। उनका वक्तव्य सिर्फ एक औपचारिक भाषण नहीं था, बल्कि एक गूंजता हुआ संदेश था। युवाओं के लिए, नेताओं के लिए और पूरे पूर्वांचल के लिए।

    कार्यक्रम की शुरुआत में श्री शर्मा ने देश की आज़ादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार जनों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि आज़ादी किसी एक व्यक्ति की कहानी नहीं, बल्कि यह उन हजारों-लाखों सेनानियों और वीरों की त्याग-तपस्या का परिणाम है जिन्होंने हंसते-हंसते बलिदान दिया। यह सम्मान आज़ादी के उन नायकों का कर्ज़ उतारने की छोटी सी कोशिश है। अपने उद्बोधन में उन्होंने आज़ादी में बाद के अमर शहीदों को भी नमन करते हुए कहा कि जो माताएं अपने लालों को देश के लिए खो चुकीं, उनके आंसुओं में भी यह तिरंगा चमकता है। ऐसे वीरों की यादों को सहेजना हमारा कर्तव्य है।

    श्री शर्मा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मऊ और समूचे पूर्वांचल का विकास केवल वादों से नहीं, योजनाओं और कर्म की प्रतिबद्धता से होगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जी के आशीर्वाद से मा। योगी जी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार किस तरह गाँव और शहर की बुनियादी सुविधाओं, बिजली, सड़क, स्वच्छता और रोजगार को लेकर ठोस कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री जी सच्चे अर्थ में गांधी जी सहित स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को पूरा कर रहे हैं।

    उन्होंने यह भी संकेत दिया कि मऊ को आधुनिक जिला बनाने के लिए बिजली और नगर विकास विभाग के माध्यम से पिछले तीन वर्षों में काफ़ी काम हुआ है। अन्य विभागों से भी बहुत काम कराये गए हैं। आगे भी कुछ नई परियोजनाएं जल्द ही धरातल पर उतरेंगी। जैसे मऊ-बलिया रोड का चौड़ीकरण और उसपर पाँच रेलवे ओवरब्रिज। नवयुवकों को नसीहत कार्य करो, केवल बातें नहीं; समय का मूल्य समझो।

    अपने भाषण में उन्होंने युवाओं को बड़े सपने देखने की और उन्हें साकार करने की सीख दी। उनका संदेश साफ था । सिर्फ़ बातों और नारे लगाने से नहीं, परिश्रम से परिवर्तन आता है। उन्होंने युवाओं के लिए सरकार द्वारा विशेष रूप से चलाई गई युवा उद्यमी योजना और उनके ख़ुद के प्रयास से बन रहे औद्योगिक संकुल की बात विस्तार से समझाते हुए कहा कि अपना भविष्य संवारना अब आपके हाथ में है।

    शर्मा ने बिना किसी का नाम लिए पूर्वांचल के ऐसे नेताओं पर व्यंग्य कसा जो खुद को राजनीति में 40 साल का अनुभवी बताते हैं, लेकिन विकास के नाम पर शून्य साबित हुए हैं। उन्होंने कहा,कुछ लोग 40 साल से राजनीति कर रहे हैं, और कई बार सरकार भी चलाई हैं लेकिन उनके क्षेत्र की जनता आज भी मूलभूत सुविधाओं को तरस रही है।

    नौजवानों के हाथ में हुनर और अवसर देने के बजाय इनलोगों ने उनके मासूम हाथों में बंदूक और कट्टे पकड़ाये। जो मऊ कभी व्यापारिक और आद्योगिक नगर था उसे अपराध के गर्त में धकेल दिया। यही हाल गाजीपुर सहित पूरे पूर्वांचल का किया इन लोगों ने। सफल राजनीति सिर्फ़ लंबे कार्यकाल से नहीं, परिणाम की कसौटी पर परखी जाती है। उन्होंने यह भी बताया की कैसे उनके कार्यों के द्वारा सिर्फ़ चार वर्ष में मऊ में परिवर्तन दिखने लगा है।

     

    बृजक्षेत्र में लौटेगा द्वापर युग, सीएम योगी ने की 30 हजार करोड़ के मास्टरप्लान की घोषणा

    • मुख्यमंत्री ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मथुरा-वृंदावन को करीब 646 करोड़ की 118 विकास परियोजनाओं की दी सौगात
    • भगवान श्रीकृष्ण के 5252वें जन्मोत्सव पर मथुरा में योगी आदित्यनाथ ने की बड़ी घोषणा

    लखनऊ । भगवान श्रीकृष्ण के 5252वें जन्मोत्सव के पावन अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को मथुरा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मथुरा के डैम्पियर नगर स्थित पांचजन्य सभागार में आयोजित पूज्य साधु-संतों के सम्मान समारोह में हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने मथुरा-वृंदावन को करीब 646 करोड़ रुपये की लागत वाली 118 विकास परियोजनाओं की सौगात दी और बृजक्षेत्र के समग्र विकास के लिए 30 हजार करोड़ रुपये की नई कार्ययोजना की घोषणा की।

    पांच हजार वर्षों के पौराणिक इतिहास के हम बन रहे साक्षी
    मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पांच हजार वर्षों के पौराणिक इतिहास के हम साक्षी बन रहे हैं। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर देश और दुनिया से भक्त यहां भक्तिमय भाव के साथ एकत्रित हुए हैं। मथुरा की पावन माटी और इसके रज-रज में श्रीकृष्ण बसे हैं। ऐसी भक्ति दुनिया में कहीं और मिलना दुर्लभ है। इस पवित्र भूमि को कोटि-कोटि नमन। सभी को जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।

    उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से उन्हें मथुरा में रंगोत्सव और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी जैसे आयोजनों में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। उन्होंने भारत को आध्यात्मिकता और आधुनिक विकास के संगम के रूप में स्थापित करने की बात कही, जिसकी प्रेरणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलती है। सीएम योगी ने कहा कि पूरी दुनिया भारत की आध्यात्मिक विरासत पर शोध के लिए उत्सुक है। जब भी विश्व को संकट से उबरना होगा, भारत की आध्यात्मिक विरासत ही स्थायी शांति और सौहार्द का मार्ग प्रशस्त करेगी।

    बृजक्षेत्र के लिए 30 हजार करोड़ की कार्ययोजना की घोषणा
    मुख्यमंत्री ने बृजक्षेत्र के समग्र विकास के लिए 30 हजार करोड़ रुपये की नई कार्ययोजना की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह कार्ययोजना मथुरा, वृंदावन, बरसाना और गोकुल जैसे तीर्थ स्थलों को द्वापर युग की स्मृतियों से जोड़ेगी। उन्होंने कहा, ह्लहमारी सरकार पूज्य संतों की भावनाओं का सम्मान करने और बृजक्षेत्र को संवर्धित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम उन कार्यों को संभव बना रहे हैं, जिन्हें कभी असंभव माना जाता था।

    उन्होंने काशी विश्वनाथ धाम और अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उदाहरण देते हुए कहा कि 10 साल पहले इनकी कल्पना भी असंभव लगती थी, लेकिन आज ये साकार हो चुके हैं। काशी में जहां पहले 50 श्रद्धालु एक साथ दर्शन नहीं कर पाते थे, वहां आज 50 हजार श्रद्धालु एक साथ दर्शन कर सकते हैं। अयोध्या में भव्य राम मंदिर त्रेतायुग की स्मृति को जीवंत कर रहा है। इसी तरह, विंध्यवासिनी धाम में भी भव्य कॉरिडोर का निर्माण पूरा हो चुका है।

    यमुना की निर्मलता और अविरलता के लिए जताई प्रतिबद्धता
    मुख्यमंत्री ने गंगा की निर्मलता और अविरलता का उदाहरण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गंगा आज स्नान और आचमन योग्य हो चुकी है। उन्होंने कहा, ह्ल2025 के प्रयागराज महाकुम्भ में लगभग 67 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई थी। उसी तरह, डबल इंजन सरकार यमुना की अविरलता और निर्मलता के लिए पूरी ईमानदारी से काम कर रही है।ह्व उन्होंने बरसाना में रोपवे सुविधा का जिक्र करते हुए कहा कि यह बुजुर्गों के लिए बड़ी राहत है। उन्होंने कहा, ह्लविकास का यही लाभ है कि हम श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए लगातार काम कर रहे हैं।ह्व

    सज्जनों के संरक्षण और दुष्टों के संहार के लिए हुआ था श्रीकृष्ण अवतार
    मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के उद्देश्य को याद करते हुए कहा कि उनका अवतार सज्जनों के संरक्षण और दुष्टों के संहार के लिए हुआ था। उन्होंने युद्धभूमि को धर्मभूमि में बदल दिया। योगी ने कहा, ह्लश्रीकृष्ण की निष्काम कर्म की प्रेरणा हमें ताकत देती है। जब तक यह प्रेरणा हमारे बीच है, कोई हमारा बाल भी बांका नहीं कर सकता।ह्व

    उन्होंने भारत की आजादी के 78 वर्ष पूरे होने का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता के शताब्दी महोत्सव (2047) के लिए नए संकल्प रखे हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश विधानसभा में हुई 24 घंटे की चर्चा का जिक्र करते हुए कहा कि 2047 तक उत्तर प्रदेश को समृद्ध और विकसित बनाने के लिए समाज और सरकार को मिलकर काम करना होगा।

    परिक्रमा मार्ग से लेकर पर्यावरण संरक्षण तक की परियोजनाएं हैं शामिल
    मुख्यमंत्री ने मथुरा-वृंदावन के लिए 646 करोड़ रुपये की 118 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसमें 80 परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया जिनकी लागत करीब 273 करोड़ रुपए है। वहीं 38 परियोजनाओं का शिलान्यास मुख्यमंत्री ने किया, जिनकी लागत करीब 373 करोड़ रुपए है। इन परियोजनाओं में परिक्रमा मार्गों का सौंदर्यीकरण, प्रवेश द्वार, कुंडों का जीर्णोद्धार, श्रद्धालुओं की सुविधा, कनेक्टिविटी, जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं।

    उन्होंने पांचजन्य सभागार में भजन-कीर्तन और श्रीकृष्ण लीलाओं के आयोजन को भक्तिमय माहौल का हिस्सा बताया। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों और संतों के प्रयासों की सराहना की, जिनके सहयोग से बृजक्षेत्र के विकास के प्रस्ताव स्वीकृत हुए। उन्होंने कहा कि सरकार और समाज मिलकर भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और संवर्धित करने के लिए कटिबद्ध हैं।

    मुख्यमंत्री ने बच्चों को दुलारा, खीर खिलाकर मनाया जन्मोत्सव
    श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कान्हा और राधारानी के वेश में आए छह बच्चों को अपनी गोद में लिया और उन्हें दुलार किया।

    सीएम ने बच्चों को अपने हाथों से खीर भी खिलाई, साथ ही उनका अन्नप्राशन संस्कार भी संपन्न कराया। इससे वहां मौजूद सभी लोग भावुक हो गए। उन्होंने बच्चों के माथे पर तिलक लगाया, मोती की माला पहनाई और उन्हें खिलौने भेंट किए। सीएम का यह सहज भाव देखकर श्रद्धालु अभिभूत हो गए।

    मुख्यमंत्री ने संतजनों का किया सम्मान
    मुख्यमंत्री ने संतजनों का सम्मान किया। इस अवसर पर उन्होंने परमपूज्य श्री फूलडोल बिहारी लाल जी, हरिशंकर नागा जी, अनंत प्रभु जी, बलराम बाबा जी, सुदीक्ष्ण दास जी, राम देवानंद जी, सनंत कुमार जी, लाडली जी दास जी, अनंताचार्य जी, जयरामदास जी, कृष्णा देवी जी, माधवदास जी, लाडली जी एवं नृत्यदास जी को पुष्पमाला, अंगवस्त्रम, मिष्ठान आदि उपहार देकर सम्मानित किया।

    डॉक्यूमेंट्री फिल्म का किया विमोचन और अवलोकन
    समारोह के दौरान गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा की महिमा पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म का विमोचन एवं अवलोकन किया। इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म को श्रुति अनंदिता वर्मा ने तैयार किया है। मुख्यमंत्री ने श्रुति अनंदिता वर्मा का इस डॅक्यूमेंट्री के लिए सम्मान किया।

    इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, स्वतंत्र देव सिंह, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह, राज्यसभा सांसद तेजवीर सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष किशन चौधरी, महापौर विनोद कुमार अग्रवाल, विधायकगण श्रीकांत शर्मा, राजेश चौधरी, मेघश्याम सिंह, पूरन प्रकाश, एमएलसी ओम पकाश सिंह, योगेश चौधरी, उत्तर प्रदेश बृज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र, बीजेपी जिलाध्यक्ष निर्भय पांडेय, महानगर अध्यक्ष हरिशंकर राजू यादव, सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे। मुख्यमंत्री का भगवान श्रीकृष्ण और राधारानी की सुंदर प्रतिमा भेंटकर सम्मान किया गया।

     

    अवसरों का पूरा फायदा उठाना चाहता हूं : यश ढुल

    नयी दिल्ली। भारत के पूर्व अंडर-19 विश्व कप विजेता कप्तान यश ढुल शीर्ष स्तर की क्रिकेट में जगह बनाने के अपने सपने को पूरा करने के लिए मौकों का पूरा फायदा उठाना चाहते हैं, जैसा कि उन्होंने यहां दिल्ली प्रीमियर लीग में शानदार शतक जड़कर किया था।

    ढुल ने शनिवार को बारिश से प्रभावित इस मैच में शतक जमाया जिससे सेंट्रल दिल्ली किंग्स ने नॉर्थ दिल्ली स्ट्राइकर्स को 15 रन से हराया। ढुल ने कहा,मैं इस बारे में सोचता हूं कि मुझे जो अवसर मिला है उसका मैं कैसे फायदा उठाऊं। अगर आप भविष्य के बारे में बहुत ज्यादा सोचते हैं तो आप वर्तमान में अच्छा नहीं खेल सकते। उन्होंने कहा, मैं केवल मौजूदा अवसरों पर ध्यान केंद्रित करता हूं। मैं लाल गेंद से भी अभ्यास कर रहा हूं।

    राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (अब बीसीसीआई सेंटर आफ एक्सीलेंस) में सफेद गेंद से लाल गेंद के क्रिकेट में बदलाव के बारे में जो सीख मिली उससे मुझे काफी फायदा मिल रहा है। पिछले वर्ष जुलाई में एक जन्मजात समस्या के कारण ह्म्दय की सर्जरी के कारण ढुल को विश्राम लेना पड़ा और उसके बाद उन्होंने मजबूत वापसी करने पर ध्यान केंद्रित किया।

    उन्होंने कहा, उस घटना ने मेरी बहुत मदद की क्योंकि मुझे पता चला कि मैं क्या कर सकता हूंं। उस समय कोई भी मेरे साथ नहीं खड़ा था। मुझे पता था कि मैं अकेला हूं और मेरे पास अच्छी वापसी करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। मैंने बस खुद को मानसिक रूप से मजबूत रखा। ढुल ने कहा, मुझे खुद पर भरोसा था। मुझे पता था कि मैं एक दिन फिर से खेलूंगा और मुझे पता था कि कैसे खेलना है और कैसे खेलूंगा।

    भारतीय रेल परिवहन प्रबंधन संस्थान में 79 वाँ स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया

    अपर महानिदेशक आईआरआईटीएम संजय त्रिपाठी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया

    लखनऊ। देशभक्ति और राष्ट्रवाद की भावना से ओतप्रोत स्वतंत्रता की गौरवशाली 79वीं वर्षगांठ भारतीय रेल परिवहन प्रबंधन संस्थान में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन करके अत्यंत हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाई गई।
    कार्यक्रम के आरंभ में मुख्य अतिथि अपर महानिदेशक आईआरआईटीएम संजय त्रिपाठी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और सामूहिक राष्ट्रगान गाया गया।
     प्रोफेसर प्रशासन कृष्णा तिवारी ने बताया की कार्यक्रम के अगले चरण में अपर महानिदेशक ने उपस्थित अधिकारियों, आईआरएमएस परिवीक्षार्थियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए संस्थान की उपलब्धियों एवं कीर्तिमानों से सभी को अवगत कराया तथा संस्थान के प्रत्येक रेल कर्मचारी को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। अपने संबोधन मे अपर महानिदेशक ने स्वतंत्रता के सभी अमर बलिदानियों को धन्यवाद दिया और स्वतंत्रता सेनानियों को कृतज्ञ श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके अदम्य साहस एवं अद्भुत गुणों का उल्लेख किया। कार्यक्रम के अगले चरण में देशभक्ति के गीत गाए गए।

    परिसर में ‘तिरंगा यात्रा’ का आयोजन

    इस अवसर पर संस्थान परिसर और उसके आसपास, कक्षाओं, कार्यालयों और सार्वजनिक क्षेत्रों सहित, गहन स्वच्छता अभियान पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस विशेष अभियान में उनके समर्पित योगदान के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले स्वच्छता कार्यकर्ताओं को पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
    संकाय सदस्यों, कर्मचारियों और प्रशिक्षु अधिकारियों ने इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लिया और “स्वच्छ रेल – स्वच्छ भारत” के संदेश को और पुष्ट किया। परिसर में ‘तिरंगा यात्रा’ का आयोजन किया गया और कर्मचारियों में देशभक्ति की भावना जगाने और हर घर में तिरंगे के प्रति सम्मान को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय ध्वज वितरित किया गया।
    समारोह में कर्मचारियों और IRMS परिवीक्षार्थियों द्वारा एक तिरंगा संगीत कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसने इस अवसर को एक सांस्कृतिक स्पर्श दिया। इसके उपरांत, संस्थान के अधिकारियों, आईआरएमएस परिवीक्षार्थियों और कर्मचारियों को उनके सराहनीय कार्य के लिए पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर संस्थान के सभी अधिकारी, कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य उपस्थित थे।

    10वीं की बोर्ड परीक्षा में 100% परिणाम के लिए समीक्षा कर रणनीतियां बनाई गईं

    लखनऊ। प्रदेश में संचालित 18 अटल आवासीय विद्यालयों के 2300 से अधिक छात्र इस वर्ष पहली बार कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे।

    ऐतिहासिक अवसर को सफल बनाने और बोर्ड परीक्षा में 100 प्रतिशत परिणाम प्राप्त करने के उद्देश्य से आज बापू भवन के द्वितीय तल सभाकक्ष में सभी प्रधानाचार्यों के साथ विशेष तैयारी बैठक आयोजित की गई।

    जिसकी अध्यक्षता श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने की। बैठक में अटल आवासीय विद्यालयों की शैक्षणिक तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की गई और परिणाम उत्कृष्ट बनाने के लिए ठोस रणनीतियां तय की गईं।
    बैठक में महानिदेशक अटल आवासीय विद्यालय पूजा यादव ने विद्यालयों के शैक्षणिक क्रियाकलापों का प्रस्तुतीकरण किया। जबकि प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन डॉ. एम.के. शन्मुगा सुन्दरम और विशेष सचिव कुणाल सिल्कू ने शैक्षणिक प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए सुधार के लिए आवश्यक सुझाव दिए। जुलाई में आयोजित मॉक टेस्ट-2 के परिणामों के विश्लेषण में मेरठ विद्यालय ने 98% पास प्रतिशत के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। जिसकी जानकारी विद्यालय की प्रधानाचार्य अमर कौर ने दी और अतिरिक्त रेमेडियल कक्षाओं तथा पीयर लर्निंग ग्रुप की रणनीति साझा की।

    कमजोर छात्रों के लिए नियमित रेमेडियल क्लासेस

    प्रमुख सचिव ने निर्देश दिए कि पिछले 5 वर्षों के सीबीएसई प्रश्नपत्र हल कराए जाएं, कमजोर छात्रों के लिए नियमित रेमेडियल क्लासेस आयोजित हों, प्रत्येक शिक्षक को छोटे समूह का मेंटॉर बनाकर विषय-विशेष मार्गदर्शन दिया जाए और छात्रों की हैंडराइटिंग सुधार पर विशेष ध्यान दिया जाए। दिसंबर से रिवीजन टेस्ट तथा माह में दो बार ऑब्जेक्टिव टेस्ट आयोजित करने और प्रत्येक विद्यालय से 4-5 छात्रों को राज्य या सीबीएसई टॉपर सूची में लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया।

    विशेष सचिव ने सुझाव दिया कि प्रत्येक विद्यालय के प्रदर्शन अंतर का विश्लेषण कर कंसेप्चुअल लर्निंग और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया जाए तथा औसत और कमजोर छात्रों के लिए माइक्रो प्लानिंग अपनाई जाए।

    श्रमिक वर्ग के बच्चों के जीवन में शिक्षा का नया प्रकाश

    अपने संबोधन में श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि अटल आवासीय विद्यालय श्रमिक वर्ग के बच्चों के जीवन में शिक्षा का नया प्रकाश ला रहे हैं और इनका लक्ष्य केवल परीक्षा परिणाम तक सीमित नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के आत्मविश्वास, व्यक्तित्व विकास और भविष्य की सफलता की मजबूत नींव रखना है। उन्होंने कहा कि 10वीं के परिणाम उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश में उत्कृष्टता की मिसाल बनें।
    बैठक में यह तय किया गया कि मॉक टेस्ट, रिवीजन टेस्ट और प्री-बोर्ड के माध्यम से तैयारी की सतत निगरानी होगी, विषयवार टॉपर सूची बनाई जाएगी, उत्तर पुस्तिका की प्रस्तुति में सुधार होगा, समय प्रबंधन और परीक्षा तकनीक पर विशेष कार्यशालाएं होंगी तथा शिक्षक-छात्र मेंटरशिप कार्यक्रम लागू किया जाएगा।
    मंत्री ने 15 अगस्त की तैयारियों के तहत स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण और अभिभावक सहभागिता कार्यक्रम आयोजित

    100% परिणाम देने का वादा

    करने के निर्देश भी दिए, ताकि विद्यालय और घर के बीच तालमेल बढ़े और विद्यार्थियों का आत्मविश्वास सशक्त हो। बैठक का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि “कोई भी बच्चा पीछे नहीं रह जाएगा” और सभी प्रधानाचार्यों ने एकजुट होकर 100% परिणाम देने का वादा किया।

    बैठक में अपर सचिव महेश पाण्डेय, वित्त नियंत्रक शैलेन्द्र प्रताप सिंह, वित्त एवं लेखाधिकारी माधवेन्द्र प्रताप सिंह, उप सचिव नीकी नैनसी, बोर्ड के अधिकारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

    एसबी लाल मेमोरियल वेटरन टेनिस टूर्नामेंट 15 अगस्त से

    लखनऊ। एसबी लाल एडवोकेट मेमोरियल वेटरन टेनिस टूर्नामेंट-2025- स्वतंत्रता दिवस चैंपियनशिप का आयोजन 15 से 17 अगस्त 2025 तक लामार्टिनियर कॉलेज स्थित लामार्टिनियर लॉन टेनिस फैसिलिटी में किया जाएगा।

    एसडीएस टेनिस अकादमी द्वारा आयोजित टूर्नामेंट में वेटरन खिलाड़ियों के लिए सिंगल्स और डबल्स मुकाबले होंगे। एसडीएस के संस्थापक सदस्य पवन सागर ने जानकारी दी कि टूर्नामेंट में वेटरन सिंगल्स और वेटरन डबल्स में विभिन्न आयु वर्ग श्रेणियों जैसे 35 साल से अधिक, 45 साल से अधिक, 55 साल से अधिक और 65 साल से अधिक में मुकाबले होंगे। टूर्नामेंट की विभिन्न श्रेणियो में दीपक पाठक, अभिषेक प्रताप सिंह, डा.भारत दुबे, अजीत दुबे, नवीन चरण और मनोज खंडेलवाल जैसे वरीय खिलाड़ी भाग लेंगे

    राज्य ओलंपिक संघों को फिर मिले मताधिकार, डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने आईओए बैठक में की मांग

    नई दिल्ली में हुई विशेष आम सभा (एसजीएम) की बैठक में शामिल हुए यूपी ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डा.आनन्देश्वर पाण्डेय।

    लखनऊ,संवाददाता। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की बुधवार को नई दिल्ली में हुई विशेष आम सभा (एसजीएम) के बाद आईओए अध्यक्ष पीटी उषा ने राज्य ओलंपिक एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। आईओए कार्यालय में आयोजित इस बैठक में वरिष्ठ खेल प्रशासक व उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डा.आनन्देश्वर पाण्डेय सहित विभिन्न राज्यों के ओलंपिक संघों के अध्यक्ष व महासचिवों ने शिरकत की। बैठक में राज्यों में ओलंपिक मूवमेंट को बढ़ाने व ओलंपिक खेलों के प्रचार व प्रसार की प्रगति की समीक्षा की गई।

    बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने अनुरोध किया कि राज्य ओलंपिक संघों को पुनः मताधिकार दिया जाये। उन्होंने कहा कि इससे राज्य संघों की स्वायत्तता मजबूत होगी और देशभर में ओलंपिक खेलों के प्रचार-प्रसार का लक्ष्य साकार करने में मदद मिलेगी।इस पर आईओए अध्यक्ष पीटी उषा ने इस मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया जिसका बैठक में मौजूद राज्य ओलंपिक संघों के प्रतिनिधियों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया।

    नई दिल्ली में आयोजित भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की विशेष आम सभा (एसजीएम) बैठक में मौजूद पदाधिकारी।

    बैठक के दौरान भारतीय ओलंपिक संघ के पूर्व महासचिव राजीव मेहता ने राज्य ओलंपिक संघों को मताधिकार देने की पुरजोर मांग की और विभिन्न खेल संघों में चल रहे विवादों का जिक्र किया।

    उन्होंने कहा कि विवादों का निपटारा भारतीय ओलंपिक संघ के संविधान, ओलंपिक चार्टर और राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक-2025 के अनुरुप किया जाये ताकि भारतीय खेल सुचारू रूप से आगे बढ़ सके। इसकी उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने सराहना की।

    स्वागतम वेब पोर्टल पर सीधे मिल सकेंगे जोधपुर पुलिस आयुक्त से

    जयपुर। जोधपुर में पुलिस आयुक्तालय ने आगन्तुकों से मुलाकात की प्रक्रिया को और आसान, पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए ‘स्वागतम’ वेब पोर्टल की शुरुआत की है। इसका औपचारिक उद्घाटन 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर किया जाएगा।

    नए पुलिस आयुक्त ओमप्रकाश पासवान के पदभार ग्रहण करने के बाद शुरू किए गए इस नवाचार से नागरिक अब ऑनलाइन या कार्यालय में पंजीकरण कर अपॉइंटमेंट ले सकेंगे। पोर्टल के जरिये पुलिस आयुक्त, पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय एवं यातायात), अतिरिक्त पुलिस उपायुक्तों और विभिन्न शाखा प्रभारियों से मिलने का समय तय किया जा सकेगा।

    भारत सरकार की डिजिटल इंडिया पहल के तहत वर्ष 2019 में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) द्वारा विकसित यह क्लाउड-आधारित पोर्टल सरकारी कार्यालयों में आगन्तुक प्रबंधन की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने का अभिनव प्रयास है। इसका उद्देश्य मुलाकात प्रक्रिया को सरल, सुरक्षित और कुशल बनाना है, जिससे नागरिकों को लम्बी कतारों और समय की बर्बादी से बचाया जा सके।

    ऐसे होगा पंजीकरण

    आगन्तुक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से अपॉइंटमेंट के लिए आवेदन कर सकेंगे। स्वीकृति के बाद मिलने का समय और स्थान ऑनलाइन अपडेट हो जाएगा। वहीं, कार्यालय आने पर रिसेप्शन पर आगन्तुक का विवरण, फोटो, पहचान पत्र आदि दर्ज कर पंजीकरण रसीद दी जाएगी।

    वर्तमान में इसे जोधपुर में प्रायोगिक तौर पर लागू किया गया है, और 15 अगस्त से इसे आधिकारिक रूप से शुरू किया जाएगा।

    भरतपुर में विकास कार्यों की समीक्षा, फेज-1 परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के निर्देश

    जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भरतपुर शहर में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को इन्हें तय समय-सीमा में गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर की बढ़ती आबादी और विस्तार को देखते हुए भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप जनसुविधाओं के विस्तार की कार्ययोजना तैयार की जाए।

    मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित बैठक में भरतपुर विकास प्राधिकरण को फेज-1 के तहत पांच प्रमुख चौराहों के सुदृढ़ीकरण एवं सौंदर्यीकरण कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रमुख तिराहों पर स्थानीय पहचान के अनुरूप विशिष्ट मूर्तियां लगाने और घना रोड व शीशम तिराहा रोड को ग्रीन रोड के रूप में विकसित करने पर जोर दिया।

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    उन्होंने शीशम तिराहा से हीरादास चौराहा, चांदपोल गेट से आरबीएम, आरबीएम से रीको ऑफिस, रेड क्रॉस से रेलवे स्टेशन, मानसिंह सर्किल से इकराम मोड़, गणेश मंदिर से 13 नंबर स्कीम, चावंड से 13 नंबर स्कीम, बिजली घर चौराहा से सारस होटल, और अनाह गेट से चारभुजा तक सड़क, डिवाइडर, फुटपाथ, लाइट एवं यूटिलिटी डक कार्यों को गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूर्ण करने के निर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री ने कलेक्टरेट, नगर निगम, अनाज मंडी, सरसों मंडी, जनाना अस्पताल, बस स्टैंड और बस डिपो के स्थानांतरण कार्य को तेज करने, जसवंत प्रदर्शनी मेला स्थल के विकास, कॉलेज ग्राउंड में ट्रैक निर्माण और फुटबॉल प्रैक्टिस सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए। साथ ही, सुजान गंगा में गंदे पानी की आवक रोकने, भूमिगत केबल बिछाने, प्रमुख मंदिरों के पुनरुद्धार, पर्यटन स्थलों पर साइकिल ट्रैक और पार्किंग निर्माण पर भी बल दिया।

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    उन्होंने मास्टर ड्रेनेज फेज-1 कार्यों को शीघ्र पूरा करने, बॉटनिकल पार्क और सैनिक स्कूल के लिए स्थान चिन्हित करने, झील का बाड़ा कैलादेवी मंदिर विकास को गति देने और बीडीए की लैंड बैंक तैयार करने के निर्देश भी दिए।

    बैठक में मुख्यमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों सहित पीडब्ल्यूडी, वित्त, पर्यटन, ऊर्जा, यूडीएच, स्वायत्त शासन विभाग, भरतपुर जिला कलक्टर, नगर निगम, बीडीए एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।