Friday, September 5, 2025
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    नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ने मऊ में बच्चों के साथ ध्वजारोहण कर मनाया स्वतंत्रता दिवस

    नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ने मऊ में बच्चों के साथ ध्वजारोहण कर मनाया स्वतंत्रता दिवस

    मऊ। आज़ादी की 79वीं वर्षगांठ पर नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने मऊ के सरकारी कार्यक्रम में ध्वजारोहण करने के बाद एक दूरदर्शी, प्रेरणादायी और जोशीले संबोधन के माध्यम से न केवल पूर्व का इतिहास लिखने वालों को नमन किया, बल्कि भविष्य की दिशा भी स्पष्ट की। उनका वक्तव्य सिर्फ एक औपचारिक भाषण नहीं था, बल्कि एक गूंजता हुआ संदेश था। युवाओं के लिए, नेताओं के लिए और पूरे पूर्वांचल के लिए।

    कार्यक्रम की शुरुआत में श्री शर्मा ने देश की आज़ादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार जनों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि आज़ादी किसी एक व्यक्ति की कहानी नहीं, बल्कि यह उन हजारों-लाखों सेनानियों और वीरों की त्याग-तपस्या का परिणाम है जिन्होंने हंसते-हंसते बलिदान दिया। यह सम्मान आज़ादी के उन नायकों का कर्ज़ उतारने की छोटी सी कोशिश है। अपने उद्बोधन में उन्होंने आज़ादी में बाद के अमर शहीदों को भी नमन करते हुए कहा कि जो माताएं अपने लालों को देश के लिए खो चुकीं, उनके आंसुओं में भी यह तिरंगा चमकता है। ऐसे वीरों की यादों को सहेजना हमारा कर्तव्य है।

    श्री शर्मा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मऊ और समूचे पूर्वांचल का विकास केवल वादों से नहीं, योजनाओं और कर्म की प्रतिबद्धता से होगा। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जी के आशीर्वाद से मा। योगी जी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार किस तरह गाँव और शहर की बुनियादी सुविधाओं, बिजली, सड़क, स्वच्छता और रोजगार को लेकर ठोस कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री जी सच्चे अर्थ में गांधी जी सहित स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को पूरा कर रहे हैं।

    उन्होंने यह भी संकेत दिया कि मऊ को आधुनिक जिला बनाने के लिए बिजली और नगर विकास विभाग के माध्यम से पिछले तीन वर्षों में काफ़ी काम हुआ है। अन्य विभागों से भी बहुत काम कराये गए हैं। आगे भी कुछ नई परियोजनाएं जल्द ही धरातल पर उतरेंगी। जैसे मऊ-बलिया रोड का चौड़ीकरण और उसपर पाँच रेलवे ओवरब्रिज। नवयुवकों को नसीहत कार्य करो, केवल बातें नहीं; समय का मूल्य समझो।

    अपने भाषण में उन्होंने युवाओं को बड़े सपने देखने की और उन्हें साकार करने की सीख दी। उनका संदेश साफ था । सिर्फ़ बातों और नारे लगाने से नहीं, परिश्रम से परिवर्तन आता है। उन्होंने युवाओं के लिए सरकार द्वारा विशेष रूप से चलाई गई युवा उद्यमी योजना और उनके ख़ुद के प्रयास से बन रहे औद्योगिक संकुल की बात विस्तार से समझाते हुए कहा कि अपना भविष्य संवारना अब आपके हाथ में है।

    शर्मा ने बिना किसी का नाम लिए पूर्वांचल के ऐसे नेताओं पर व्यंग्य कसा जो खुद को राजनीति में 40 साल का अनुभवी बताते हैं, लेकिन विकास के नाम पर शून्य साबित हुए हैं। उन्होंने कहा,कुछ लोग 40 साल से राजनीति कर रहे हैं, और कई बार सरकार भी चलाई हैं लेकिन उनके क्षेत्र की जनता आज भी मूलभूत सुविधाओं को तरस रही है।

    नौजवानों के हाथ में हुनर और अवसर देने के बजाय इनलोगों ने उनके मासूम हाथों में बंदूक और कट्टे पकड़ाये। जो मऊ कभी व्यापारिक और आद्योगिक नगर था उसे अपराध के गर्त में धकेल दिया। यही हाल गाजीपुर सहित पूरे पूर्वांचल का किया इन लोगों ने। सफल राजनीति सिर्फ़ लंबे कार्यकाल से नहीं, परिणाम की कसौटी पर परखी जाती है। उन्होंने यह भी बताया की कैसे उनके कार्यों के द्वारा सिर्फ़ चार वर्ष में मऊ में परिवर्तन दिखने लगा है।

     

    बृजक्षेत्र में लौटेगा द्वापर युग, सीएम योगी ने की 30 हजार करोड़ के मास्टरप्लान की घोषणा

    • मुख्यमंत्री ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मथुरा-वृंदावन को करीब 646 करोड़ की 118 विकास परियोजनाओं की दी सौगात
    • भगवान श्रीकृष्ण के 5252वें जन्मोत्सव पर मथुरा में योगी आदित्यनाथ ने की बड़ी घोषणा

    लखनऊ । भगवान श्रीकृष्ण के 5252वें जन्मोत्सव के पावन अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को मथुरा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मथुरा के डैम्पियर नगर स्थित पांचजन्य सभागार में आयोजित पूज्य साधु-संतों के सम्मान समारोह में हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने मथुरा-वृंदावन को करीब 646 करोड़ रुपये की लागत वाली 118 विकास परियोजनाओं की सौगात दी और बृजक्षेत्र के समग्र विकास के लिए 30 हजार करोड़ रुपये की नई कार्ययोजना की घोषणा की।

    पांच हजार वर्षों के पौराणिक इतिहास के हम बन रहे साक्षी
    मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पांच हजार वर्षों के पौराणिक इतिहास के हम साक्षी बन रहे हैं। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर देश और दुनिया से भक्त यहां भक्तिमय भाव के साथ एकत्रित हुए हैं। मथुरा की पावन माटी और इसके रज-रज में श्रीकृष्ण बसे हैं। ऐसी भक्ति दुनिया में कहीं और मिलना दुर्लभ है। इस पवित्र भूमि को कोटि-कोटि नमन। सभी को जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।

    उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से उन्हें मथुरा में रंगोत्सव और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी जैसे आयोजनों में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। उन्होंने भारत को आध्यात्मिकता और आधुनिक विकास के संगम के रूप में स्थापित करने की बात कही, जिसकी प्रेरणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलती है। सीएम योगी ने कहा कि पूरी दुनिया भारत की आध्यात्मिक विरासत पर शोध के लिए उत्सुक है। जब भी विश्व को संकट से उबरना होगा, भारत की आध्यात्मिक विरासत ही स्थायी शांति और सौहार्द का मार्ग प्रशस्त करेगी।

    बृजक्षेत्र के लिए 30 हजार करोड़ की कार्ययोजना की घोषणा
    मुख्यमंत्री ने बृजक्षेत्र के समग्र विकास के लिए 30 हजार करोड़ रुपये की नई कार्ययोजना की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह कार्ययोजना मथुरा, वृंदावन, बरसाना और गोकुल जैसे तीर्थ स्थलों को द्वापर युग की स्मृतियों से जोड़ेगी। उन्होंने कहा, ह्लहमारी सरकार पूज्य संतों की भावनाओं का सम्मान करने और बृजक्षेत्र को संवर्धित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम उन कार्यों को संभव बना रहे हैं, जिन्हें कभी असंभव माना जाता था।

    उन्होंने काशी विश्वनाथ धाम और अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उदाहरण देते हुए कहा कि 10 साल पहले इनकी कल्पना भी असंभव लगती थी, लेकिन आज ये साकार हो चुके हैं। काशी में जहां पहले 50 श्रद्धालु एक साथ दर्शन नहीं कर पाते थे, वहां आज 50 हजार श्रद्धालु एक साथ दर्शन कर सकते हैं। अयोध्या में भव्य राम मंदिर त्रेतायुग की स्मृति को जीवंत कर रहा है। इसी तरह, विंध्यवासिनी धाम में भी भव्य कॉरिडोर का निर्माण पूरा हो चुका है।

    यमुना की निर्मलता और अविरलता के लिए जताई प्रतिबद्धता
    मुख्यमंत्री ने गंगा की निर्मलता और अविरलता का उदाहरण देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गंगा आज स्नान और आचमन योग्य हो चुकी है। उन्होंने कहा, ह्ल2025 के प्रयागराज महाकुम्भ में लगभग 67 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई थी। उसी तरह, डबल इंजन सरकार यमुना की अविरलता और निर्मलता के लिए पूरी ईमानदारी से काम कर रही है।ह्व उन्होंने बरसाना में रोपवे सुविधा का जिक्र करते हुए कहा कि यह बुजुर्गों के लिए बड़ी राहत है। उन्होंने कहा, ह्लविकास का यही लाभ है कि हम श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए लगातार काम कर रहे हैं।ह्व

    सज्जनों के संरक्षण और दुष्टों के संहार के लिए हुआ था श्रीकृष्ण अवतार
    मुख्यमंत्री ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के उद्देश्य को याद करते हुए कहा कि उनका अवतार सज्जनों के संरक्षण और दुष्टों के संहार के लिए हुआ था। उन्होंने युद्धभूमि को धर्मभूमि में बदल दिया। योगी ने कहा, ह्लश्रीकृष्ण की निष्काम कर्म की प्रेरणा हमें ताकत देती है। जब तक यह प्रेरणा हमारे बीच है, कोई हमारा बाल भी बांका नहीं कर सकता।ह्व

    उन्होंने भारत की आजादी के 78 वर्ष पूरे होने का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता के शताब्दी महोत्सव (2047) के लिए नए संकल्प रखे हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश विधानसभा में हुई 24 घंटे की चर्चा का जिक्र करते हुए कहा कि 2047 तक उत्तर प्रदेश को समृद्ध और विकसित बनाने के लिए समाज और सरकार को मिलकर काम करना होगा।

    परिक्रमा मार्ग से लेकर पर्यावरण संरक्षण तक की परियोजनाएं हैं शामिल
    मुख्यमंत्री ने मथुरा-वृंदावन के लिए 646 करोड़ रुपये की 118 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसमें 80 परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया जिनकी लागत करीब 273 करोड़ रुपए है। वहीं 38 परियोजनाओं का शिलान्यास मुख्यमंत्री ने किया, जिनकी लागत करीब 373 करोड़ रुपए है। इन परियोजनाओं में परिक्रमा मार्गों का सौंदर्यीकरण, प्रवेश द्वार, कुंडों का जीर्णोद्धार, श्रद्धालुओं की सुविधा, कनेक्टिविटी, जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं।

    उन्होंने पांचजन्य सभागार में भजन-कीर्तन और श्रीकृष्ण लीलाओं के आयोजन को भक्तिमय माहौल का हिस्सा बताया। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों और संतों के प्रयासों की सराहना की, जिनके सहयोग से बृजक्षेत्र के विकास के प्रस्ताव स्वीकृत हुए। उन्होंने कहा कि सरकार और समाज मिलकर भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और संवर्धित करने के लिए कटिबद्ध हैं।

    मुख्यमंत्री ने बच्चों को दुलारा, खीर खिलाकर मनाया जन्मोत्सव
    श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कान्हा और राधारानी के वेश में आए छह बच्चों को अपनी गोद में लिया और उन्हें दुलार किया।

    सीएम ने बच्चों को अपने हाथों से खीर भी खिलाई, साथ ही उनका अन्नप्राशन संस्कार भी संपन्न कराया। इससे वहां मौजूद सभी लोग भावुक हो गए। उन्होंने बच्चों के माथे पर तिलक लगाया, मोती की माला पहनाई और उन्हें खिलौने भेंट किए। सीएम का यह सहज भाव देखकर श्रद्धालु अभिभूत हो गए।

    मुख्यमंत्री ने संतजनों का किया सम्मान
    मुख्यमंत्री ने संतजनों का सम्मान किया। इस अवसर पर उन्होंने परमपूज्य श्री फूलडोल बिहारी लाल जी, हरिशंकर नागा जी, अनंत प्रभु जी, बलराम बाबा जी, सुदीक्ष्ण दास जी, राम देवानंद जी, सनंत कुमार जी, लाडली जी दास जी, अनंताचार्य जी, जयरामदास जी, कृष्णा देवी जी, माधवदास जी, लाडली जी एवं नृत्यदास जी को पुष्पमाला, अंगवस्त्रम, मिष्ठान आदि उपहार देकर सम्मानित किया।

    डॉक्यूमेंट्री फिल्म का किया विमोचन और अवलोकन
    समारोह के दौरान गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा की महिमा पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म का विमोचन एवं अवलोकन किया। इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म को श्रुति अनंदिता वर्मा ने तैयार किया है। मुख्यमंत्री ने श्रुति अनंदिता वर्मा का इस डॅक्यूमेंट्री के लिए सम्मान किया।

    इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, स्वतंत्र देव सिंह, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह, राज्यसभा सांसद तेजवीर सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष किशन चौधरी, महापौर विनोद कुमार अग्रवाल, विधायकगण श्रीकांत शर्मा, राजेश चौधरी, मेघश्याम सिंह, पूरन प्रकाश, एमएलसी ओम पकाश सिंह, योगेश चौधरी, उत्तर प्रदेश बृज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र, बीजेपी जिलाध्यक्ष निर्भय पांडेय, महानगर अध्यक्ष हरिशंकर राजू यादव, सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे। मुख्यमंत्री का भगवान श्रीकृष्ण और राधारानी की सुंदर प्रतिमा भेंटकर सम्मान किया गया।

     

    अवसरों का पूरा फायदा उठाना चाहता हूं : यश ढुल

    नयी दिल्ली। भारत के पूर्व अंडर-19 विश्व कप विजेता कप्तान यश ढुल शीर्ष स्तर की क्रिकेट में जगह बनाने के अपने सपने को पूरा करने के लिए मौकों का पूरा फायदा उठाना चाहते हैं, जैसा कि उन्होंने यहां दिल्ली प्रीमियर लीग में शानदार शतक जड़कर किया था।

    ढुल ने शनिवार को बारिश से प्रभावित इस मैच में शतक जमाया जिससे सेंट्रल दिल्ली किंग्स ने नॉर्थ दिल्ली स्ट्राइकर्स को 15 रन से हराया। ढुल ने कहा,मैं इस बारे में सोचता हूं कि मुझे जो अवसर मिला है उसका मैं कैसे फायदा उठाऊं। अगर आप भविष्य के बारे में बहुत ज्यादा सोचते हैं तो आप वर्तमान में अच्छा नहीं खेल सकते। उन्होंने कहा, मैं केवल मौजूदा अवसरों पर ध्यान केंद्रित करता हूं। मैं लाल गेंद से भी अभ्यास कर रहा हूं।

    राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (अब बीसीसीआई सेंटर आफ एक्सीलेंस) में सफेद गेंद से लाल गेंद के क्रिकेट में बदलाव के बारे में जो सीख मिली उससे मुझे काफी फायदा मिल रहा है। पिछले वर्ष जुलाई में एक जन्मजात समस्या के कारण ह्म्दय की सर्जरी के कारण ढुल को विश्राम लेना पड़ा और उसके बाद उन्होंने मजबूत वापसी करने पर ध्यान केंद्रित किया।

    उन्होंने कहा, उस घटना ने मेरी बहुत मदद की क्योंकि मुझे पता चला कि मैं क्या कर सकता हूंं। उस समय कोई भी मेरे साथ नहीं खड़ा था। मुझे पता था कि मैं अकेला हूं और मेरे पास अच्छी वापसी करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। मैंने बस खुद को मानसिक रूप से मजबूत रखा। ढुल ने कहा, मुझे खुद पर भरोसा था। मुझे पता था कि मैं एक दिन फिर से खेलूंगा और मुझे पता था कि कैसे खेलना है और कैसे खेलूंगा।

    भारतीय रेल परिवहन प्रबंधन संस्थान में 79 वाँ स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास से मनाया गया

    अपर महानिदेशक आईआरआईटीएम संजय त्रिपाठी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया

    लखनऊ। देशभक्ति और राष्ट्रवाद की भावना से ओतप्रोत स्वतंत्रता की गौरवशाली 79वीं वर्षगांठ भारतीय रेल परिवहन प्रबंधन संस्थान में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन करके अत्यंत हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाई गई।
    कार्यक्रम के आरंभ में मुख्य अतिथि अपर महानिदेशक आईआरआईटीएम संजय त्रिपाठी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और सामूहिक राष्ट्रगान गाया गया।
     प्रोफेसर प्रशासन कृष्णा तिवारी ने बताया की कार्यक्रम के अगले चरण में अपर महानिदेशक ने उपस्थित अधिकारियों, आईआरएमएस परिवीक्षार्थियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए संस्थान की उपलब्धियों एवं कीर्तिमानों से सभी को अवगत कराया तथा संस्थान के प्रत्येक रेल कर्मचारी को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। अपने संबोधन मे अपर महानिदेशक ने स्वतंत्रता के सभी अमर बलिदानियों को धन्यवाद दिया और स्वतंत्रता सेनानियों को कृतज्ञ श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके अदम्य साहस एवं अद्भुत गुणों का उल्लेख किया। कार्यक्रम के अगले चरण में देशभक्ति के गीत गाए गए।

    परिसर में ‘तिरंगा यात्रा’ का आयोजन

    इस अवसर पर संस्थान परिसर और उसके आसपास, कक्षाओं, कार्यालयों और सार्वजनिक क्षेत्रों सहित, गहन स्वच्छता अभियान पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस विशेष अभियान में उनके समर्पित योगदान के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले स्वच्छता कार्यकर्ताओं को पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
    संकाय सदस्यों, कर्मचारियों और प्रशिक्षु अधिकारियों ने इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लिया और “स्वच्छ रेल – स्वच्छ भारत” के संदेश को और पुष्ट किया। परिसर में ‘तिरंगा यात्रा’ का आयोजन किया गया और कर्मचारियों में देशभक्ति की भावना जगाने और हर घर में तिरंगे के प्रति सम्मान को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय ध्वज वितरित किया गया।
    समारोह में कर्मचारियों और IRMS परिवीक्षार्थियों द्वारा एक तिरंगा संगीत कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसने इस अवसर को एक सांस्कृतिक स्पर्श दिया। इसके उपरांत, संस्थान के अधिकारियों, आईआरएमएस परिवीक्षार्थियों और कर्मचारियों को उनके सराहनीय कार्य के लिए पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर संस्थान के सभी अधिकारी, कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य उपस्थित थे।

    10वीं की बोर्ड परीक्षा में 100% परिणाम के लिए समीक्षा कर रणनीतियां बनाई गईं

    लखनऊ। प्रदेश में संचालित 18 अटल आवासीय विद्यालयों के 2300 से अधिक छात्र इस वर्ष पहली बार कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे।

    ऐतिहासिक अवसर को सफल बनाने और बोर्ड परीक्षा में 100 प्रतिशत परिणाम प्राप्त करने के उद्देश्य से आज बापू भवन के द्वितीय तल सभाकक्ष में सभी प्रधानाचार्यों के साथ विशेष तैयारी बैठक आयोजित की गई।

    जिसकी अध्यक्षता श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने की। बैठक में अटल आवासीय विद्यालयों की शैक्षणिक तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की गई और परिणाम उत्कृष्ट बनाने के लिए ठोस रणनीतियां तय की गईं।
    बैठक में महानिदेशक अटल आवासीय विद्यालय पूजा यादव ने विद्यालयों के शैक्षणिक क्रियाकलापों का प्रस्तुतीकरण किया। जबकि प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन डॉ. एम.के. शन्मुगा सुन्दरम और विशेष सचिव कुणाल सिल्कू ने शैक्षणिक प्रदर्शन की समीक्षा करते हुए सुधार के लिए आवश्यक सुझाव दिए। जुलाई में आयोजित मॉक टेस्ट-2 के परिणामों के विश्लेषण में मेरठ विद्यालय ने 98% पास प्रतिशत के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। जिसकी जानकारी विद्यालय की प्रधानाचार्य अमर कौर ने दी और अतिरिक्त रेमेडियल कक्षाओं तथा पीयर लर्निंग ग्रुप की रणनीति साझा की।

    कमजोर छात्रों के लिए नियमित रेमेडियल क्लासेस

    प्रमुख सचिव ने निर्देश दिए कि पिछले 5 वर्षों के सीबीएसई प्रश्नपत्र हल कराए जाएं, कमजोर छात्रों के लिए नियमित रेमेडियल क्लासेस आयोजित हों, प्रत्येक शिक्षक को छोटे समूह का मेंटॉर बनाकर विषय-विशेष मार्गदर्शन दिया जाए और छात्रों की हैंडराइटिंग सुधार पर विशेष ध्यान दिया जाए। दिसंबर से रिवीजन टेस्ट तथा माह में दो बार ऑब्जेक्टिव टेस्ट आयोजित करने और प्रत्येक विद्यालय से 4-5 छात्रों को राज्य या सीबीएसई टॉपर सूची में लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया।

    विशेष सचिव ने सुझाव दिया कि प्रत्येक विद्यालय के प्रदर्शन अंतर का विश्लेषण कर कंसेप्चुअल लर्निंग और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया जाए तथा औसत और कमजोर छात्रों के लिए माइक्रो प्लानिंग अपनाई जाए।

    श्रमिक वर्ग के बच्चों के जीवन में शिक्षा का नया प्रकाश

    अपने संबोधन में श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि अटल आवासीय विद्यालय श्रमिक वर्ग के बच्चों के जीवन में शिक्षा का नया प्रकाश ला रहे हैं और इनका लक्ष्य केवल परीक्षा परिणाम तक सीमित नहीं, बल्कि विद्यार्थियों के आत्मविश्वास, व्यक्तित्व विकास और भविष्य की सफलता की मजबूत नींव रखना है। उन्होंने कहा कि 10वीं के परिणाम उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश में उत्कृष्टता की मिसाल बनें।
    बैठक में यह तय किया गया कि मॉक टेस्ट, रिवीजन टेस्ट और प्री-बोर्ड के माध्यम से तैयारी की सतत निगरानी होगी, विषयवार टॉपर सूची बनाई जाएगी, उत्तर पुस्तिका की प्रस्तुति में सुधार होगा, समय प्रबंधन और परीक्षा तकनीक पर विशेष कार्यशालाएं होंगी तथा शिक्षक-छात्र मेंटरशिप कार्यक्रम लागू किया जाएगा।
    मंत्री ने 15 अगस्त की तैयारियों के तहत स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण और अभिभावक सहभागिता कार्यक्रम आयोजित

    100% परिणाम देने का वादा

    करने के निर्देश भी दिए, ताकि विद्यालय और घर के बीच तालमेल बढ़े और विद्यार्थियों का आत्मविश्वास सशक्त हो। बैठक का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि “कोई भी बच्चा पीछे नहीं रह जाएगा” और सभी प्रधानाचार्यों ने एकजुट होकर 100% परिणाम देने का वादा किया।

    बैठक में अपर सचिव महेश पाण्डेय, वित्त नियंत्रक शैलेन्द्र प्रताप सिंह, वित्त एवं लेखाधिकारी माधवेन्द्र प्रताप सिंह, उप सचिव नीकी नैनसी, बोर्ड के अधिकारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

    एसबी लाल मेमोरियल वेटरन टेनिस टूर्नामेंट 15 अगस्त से

    लखनऊ। एसबी लाल एडवोकेट मेमोरियल वेटरन टेनिस टूर्नामेंट-2025- स्वतंत्रता दिवस चैंपियनशिप का आयोजन 15 से 17 अगस्त 2025 तक लामार्टिनियर कॉलेज स्थित लामार्टिनियर लॉन टेनिस फैसिलिटी में किया जाएगा।

    एसडीएस टेनिस अकादमी द्वारा आयोजित टूर्नामेंट में वेटरन खिलाड़ियों के लिए सिंगल्स और डबल्स मुकाबले होंगे। एसडीएस के संस्थापक सदस्य पवन सागर ने जानकारी दी कि टूर्नामेंट में वेटरन सिंगल्स और वेटरन डबल्स में विभिन्न आयु वर्ग श्रेणियों जैसे 35 साल से अधिक, 45 साल से अधिक, 55 साल से अधिक और 65 साल से अधिक में मुकाबले होंगे। टूर्नामेंट की विभिन्न श्रेणियो में दीपक पाठक, अभिषेक प्रताप सिंह, डा.भारत दुबे, अजीत दुबे, नवीन चरण और मनोज खंडेलवाल जैसे वरीय खिलाड़ी भाग लेंगे

    राज्य ओलंपिक संघों को फिर मिले मताधिकार, डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने आईओए बैठक में की मांग

    नई दिल्ली में हुई विशेष आम सभा (एसजीएम) की बैठक में शामिल हुए यूपी ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डा.आनन्देश्वर पाण्डेय।

    लखनऊ,संवाददाता। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की बुधवार को नई दिल्ली में हुई विशेष आम सभा (एसजीएम) के बाद आईओए अध्यक्ष पीटी उषा ने राज्य ओलंपिक एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। आईओए कार्यालय में आयोजित इस बैठक में वरिष्ठ खेल प्रशासक व उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डा.आनन्देश्वर पाण्डेय सहित विभिन्न राज्यों के ओलंपिक संघों के अध्यक्ष व महासचिवों ने शिरकत की। बैठक में राज्यों में ओलंपिक मूवमेंट को बढ़ाने व ओलंपिक खेलों के प्रचार व प्रसार की प्रगति की समीक्षा की गई।

    बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने अनुरोध किया कि राज्य ओलंपिक संघों को पुनः मताधिकार दिया जाये। उन्होंने कहा कि इससे राज्य संघों की स्वायत्तता मजबूत होगी और देशभर में ओलंपिक खेलों के प्रचार-प्रसार का लक्ष्य साकार करने में मदद मिलेगी।इस पर आईओए अध्यक्ष पीटी उषा ने इस मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया जिसका बैठक में मौजूद राज्य ओलंपिक संघों के प्रतिनिधियों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया।

    नई दिल्ली में आयोजित भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की विशेष आम सभा (एसजीएम) बैठक में मौजूद पदाधिकारी।

    बैठक के दौरान भारतीय ओलंपिक संघ के पूर्व महासचिव राजीव मेहता ने राज्य ओलंपिक संघों को मताधिकार देने की पुरजोर मांग की और विभिन्न खेल संघों में चल रहे विवादों का जिक्र किया।

    उन्होंने कहा कि विवादों का निपटारा भारतीय ओलंपिक संघ के संविधान, ओलंपिक चार्टर और राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक-2025 के अनुरुप किया जाये ताकि भारतीय खेल सुचारू रूप से आगे बढ़ सके। इसकी उत्तर प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डा.आनन्देश्वर पाण्डेय ने सराहना की।

    स्वागतम वेब पोर्टल पर सीधे मिल सकेंगे जोधपुर पुलिस आयुक्त से

    जयपुर। जोधपुर में पुलिस आयुक्तालय ने आगन्तुकों से मुलाकात की प्रक्रिया को और आसान, पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए ‘स्वागतम’ वेब पोर्टल की शुरुआत की है। इसका औपचारिक उद्घाटन 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर किया जाएगा।

    नए पुलिस आयुक्त ओमप्रकाश पासवान के पदभार ग्रहण करने के बाद शुरू किए गए इस नवाचार से नागरिक अब ऑनलाइन या कार्यालय में पंजीकरण कर अपॉइंटमेंट ले सकेंगे। पोर्टल के जरिये पुलिस आयुक्त, पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय एवं यातायात), अतिरिक्त पुलिस उपायुक्तों और विभिन्न शाखा प्रभारियों से मिलने का समय तय किया जा सकेगा।

    भारत सरकार की डिजिटल इंडिया पहल के तहत वर्ष 2019 में राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) द्वारा विकसित यह क्लाउड-आधारित पोर्टल सरकारी कार्यालयों में आगन्तुक प्रबंधन की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने का अभिनव प्रयास है। इसका उद्देश्य मुलाकात प्रक्रिया को सरल, सुरक्षित और कुशल बनाना है, जिससे नागरिकों को लम्बी कतारों और समय की बर्बादी से बचाया जा सके।

    ऐसे होगा पंजीकरण

    आगन्तुक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से अपॉइंटमेंट के लिए आवेदन कर सकेंगे। स्वीकृति के बाद मिलने का समय और स्थान ऑनलाइन अपडेट हो जाएगा। वहीं, कार्यालय आने पर रिसेप्शन पर आगन्तुक का विवरण, फोटो, पहचान पत्र आदि दर्ज कर पंजीकरण रसीद दी जाएगी।

    वर्तमान में इसे जोधपुर में प्रायोगिक तौर पर लागू किया गया है, और 15 अगस्त से इसे आधिकारिक रूप से शुरू किया जाएगा।

    भरतपुर में विकास कार्यों की समीक्षा, फेज-1 परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के निर्देश

    जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भरतपुर शहर में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को इन्हें तय समय-सीमा में गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहर की बढ़ती आबादी और विस्तार को देखते हुए भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप जनसुविधाओं के विस्तार की कार्ययोजना तैयार की जाए।

    मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित बैठक में भरतपुर विकास प्राधिकरण को फेज-1 के तहत पांच प्रमुख चौराहों के सुदृढ़ीकरण एवं सौंदर्यीकरण कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रमुख तिराहों पर स्थानीय पहचान के अनुरूप विशिष्ट मूर्तियां लगाने और घना रोड व शीशम तिराहा रोड को ग्रीन रोड के रूप में विकसित करने पर जोर दिया।

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    उन्होंने शीशम तिराहा से हीरादास चौराहा, चांदपोल गेट से आरबीएम, आरबीएम से रीको ऑफिस, रेड क्रॉस से रेलवे स्टेशन, मानसिंह सर्किल से इकराम मोड़, गणेश मंदिर से 13 नंबर स्कीम, चावंड से 13 नंबर स्कीम, बिजली घर चौराहा से सारस होटल, और अनाह गेट से चारभुजा तक सड़क, डिवाइडर, फुटपाथ, लाइट एवं यूटिलिटी डक कार्यों को गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूर्ण करने के निर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री ने कलेक्टरेट, नगर निगम, अनाज मंडी, सरसों मंडी, जनाना अस्पताल, बस स्टैंड और बस डिपो के स्थानांतरण कार्य को तेज करने, जसवंत प्रदर्शनी मेला स्थल के विकास, कॉलेज ग्राउंड में ट्रैक निर्माण और फुटबॉल प्रैक्टिस सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए। साथ ही, सुजान गंगा में गंदे पानी की आवक रोकने, भूमिगत केबल बिछाने, प्रमुख मंदिरों के पुनरुद्धार, पर्यटन स्थलों पर साइकिल ट्रैक और पार्किंग निर्माण पर भी बल दिया।

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    उन्होंने मास्टर ड्रेनेज फेज-1 कार्यों को शीघ्र पूरा करने, बॉटनिकल पार्क और सैनिक स्कूल के लिए स्थान चिन्हित करने, झील का बाड़ा कैलादेवी मंदिर विकास को गति देने और बीडीए की लैंड बैंक तैयार करने के निर्देश भी दिए।

    बैठक में मुख्यमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों सहित पीडब्ल्यूडी, वित्त, पर्यटन, ऊर्जा, यूडीएच, स्वायत्त शासन विभाग, भरतपुर जिला कलक्टर, नगर निगम, बीडीए एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

    दुनिया प्रतिस्पर्धा से आगे बढ़ रही लेकिन सपा अभी भी परिवार तक सीमित हैं : सीएम योगी

    विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन सदन में बोलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।

    लखनऊ,संवाददाता । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन सदन में अपने साढ़े आठ साल के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हुए विपक्ष को जमकर आड़े हाथों लिया। उन्होंने 1947 से 2017 तक विपक्षी दलों के शासनकाल की तुलना अपनी सरकार के 2017 से 2025 तक के कार्यकाल से की और विपक्ष पर परिवारवादी सोच को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। मुख्यमंत्री ने विपक्ष के पीडीए नारे को परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी करार देते हुए उनकी सीमित सोच पर तंज कसा।

    सीएम योगी ने अपने संबोधन में समावेशी और समग्र विकास को उत्तर प्रदेश और भारत के विकास का आधार बताया। उन्होंने कहा, हर विधानसभा क्षेत्र में विकास होना चाहिए और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के सभी तक पहुंचना चाहिए। समावेशी विकास ही विकसित यूपी और विकसित भारत की संकल्पना को साकार कर सकता है।उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी चर्चा में विकास कम और सत्ता की चाहत ज्यादा दिखती है।

    उन्होंने ने चार्वाक का उदाहरण देते हुए विपक्ष को उनकी परिवारवादी सोच के लिए आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि आप केवल अपने परिवार तक सीमित हैं। आपका परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी का दृष्टिकोण स्वामी विवेकानंद के कूप मंडूक दर्शन को चरितार्थ करता है। दुनिया प्रतिस्पर्धा के रास्ते पर आगे बढ़ रही है, लेकिन आप अभी भी परिवार तक सीमित हैं।

    सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश के अतीत की कड़वी सच्चाई को सामने रखते हुए कहा कि 1960 के बाद से राज्य लगातार गिरावट की ओर बढ़ा। उन्होंने कहा कि विशाल सामर्थ्य, उपजाऊ भूमि, नदियां और श्रमशक्ति होने के बावजूद नीतिगत उदासीनता के कारण यूपी 1980 के दशक के बाद देश का सबसे बीमारू राज्य बन गया।

    योजनाएं बनती थीं, घोषणाएं होती थीं, लेकिन न इच्छाशक्ति थी और न ही क्रियान्वयन का संकल्प। उन्होंने उस दौर की समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि युवाओं को रोजगार नहीं मिलता था, किसानों को राहत नहीं थी और निवेशकों में भरोसे की कमी थी। अपराध और अराजकता का बोलबाला था। पलायन, गरीबी, इन्सेफलाइटिस और डेंगू जैसी बीमारियों से होने वाली मौतें, भ्रष्टाचार, भेदभाव और भाई-भतीजावाद ने यूपी को जकड़ रखा था।

    मुख्यमंत्री ने 2017 के बाद डबल इंजन सरकार के तहत हुए बदलावों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि 2017 के बाद कानून का राज स्थापित हुआ। अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई। उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल बनाया गया और यूपी निवेशकों के लिए ड्रीम डेस्टिनेशन बन गया। योजनाओं का क्रियान्वयन बिना भेदभाव और तुष्टिकरण के हो रहा है। उन्होंने गर्व के साथ कहा कि आज यूपी की पहचान सुशासन से है। बेहतर कानून व्यवस्था, मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर और सरकार की सकारात्मक सोच ने यूपी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।

    उन्होंने यूपी की आर्थिक प्रगति के प्रभावशाली आंकड़े पेश किए। उन्होंने बताया कि 2016-17 में यूपी की जीएसडीपी 13 लाख करोड़ रुपए थी, जो इस वित्तीय वर्ष के अंत तक 35 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है। राष्ट्रीय जीडीपी में यूपी का योगदान 8 फीसदी से बढ़कर 9.5 फीसदी हो गया है।

    प्रति व्यक्ति आय 43 हजार रुपए से बढ़कर 1 लाख 20 हजार रुपए तक पहुंच चुकी है। निर्यात 84 हजार करोड़ रुपए से बढ़कर 1 लाख 86 हजार करोड़ रुपए हो गया है और राज्य का बजट 3 लाख करोड़ से बढ़कर 8 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। नीति आयोग के फिसिकल हेल्थ इंडेक्स में 8.9 अंकों का सुधार दर्ज किया गया है। डिजिटल लेनदेन 122 करोड़ रुपए से बढ़कर 1400 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी बीमारू राज्य से रेवेन्यू सरप्लस स्टेट बनने की ओर अग्रसर है।

    मुख्यमंत्री ने भारत की आर्थिक प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि 1947 में भारत दुनिया की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था, लेकिन 1980 तक यह 11वें स्थान पर खिसक गया। 2014 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने प्रगति की और 2017 में सातवें, 2024 में पांचवें और 2025 में चौथे स्थान पर पहुंच गया है। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि आपने छठी अर्थव्यवस्था को 11वें स्थान तक पहुंचा दिया था, लेकिन आज भारत अपनी सामर्थ्य और शक्ति का परिचय दुनिया को दे रहा है।

     

    देशभर से आए 20 आयुर्वेद विशेषज्ञों को मिला ‘आयुर्वेद आहार एवं पोषण’ का प्रशिक्षण

    जयपुर। राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर के पोषणाहार विभाग द्वारा “आयुर्वेद पोषण के मूल सिद्धांत” विषय पर 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। इसमें देशभर के विभिन्न राज्यों से चयनित 20 आयुर्वेद विशेषज्ञों ने भाग लिया।

    समापन समारोह में संस्थान के कुलपति प्रो. संजीव शर्मा ने कहा कि आयुर्वेद केवल रोगों के उपचार की विधा नहीं, बल्कि एक समग्र जीवनशैली है, जिसका मूल आधार आहार है। उन्होंने कहा कि प्रकृति, ऋतु और स्थान के अनुसार आहार करने वाला व्यक्ति गंभीर रोगों से बचा रहता है। इस कार्यशाला का उद्देश्य आयुर्वेद आहार विज्ञान को आधुनिक शोध और व्यवहारिक प्रशिक्षण से जोड़ना था।

    शल्य तंत्र विभागाध्यक्ष प्रो. पी. हेमंता ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान पंचमहाभूत सिद्धांत, त्रिदोष संतुलन, सात्विक आहार, अष्टाहार विधि, किचन फार्मेसी, पौष्टिक औषधीय भोजन और स्वदेशी सुपरफूड्स जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई।

    इंटरडिसिप्लिनरी डीन प्रो. सर्वेश अग्रवाल ने कहा कि चिकित्सक जब आहार को दवा के रूप में समझते हैं, तो न केवल रोग का उपचार, बल्कि कई बीमारियों की रोकथाम भी संभव हो जाती है।

    इस कार्यशाला में प्रो. दुर्गावती देवी, डॉ. किरण श्रीवास्तव, डॉ. कमला नागर और डॉ. आयुषी ने प्रतिभागियों को आयुर्वेद आहार विज्ञान के शास्त्रीय स्रोत, रोगानुसार आहार योजना, ऋतुचार्य आधारित आहार, अग्नि व दोष संतुलन, प्रकृति-आधारित भोजन चयन, औषधीय वनस्पतियों के पाक उपयोग, खाद्य सुरक्षा और पोषण मूल्यांकन पर प्रशिक्षण दिया।

    कांग्रेस ने सत्ता लालच में देश का बंटवारा कराया और विस्थापित परिवारों की पीड़ा को भुलाया : सीएम योगी

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के अवसर पर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए।
    • सीएम योगी ने ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के मौके आयोजित प्रदर्शनी का किया उद्घाटन

    • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिन को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस घोषित कर इतिहास को जीवंत किया : सीएम योगी

    लखनऊ, संवाददाता। ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के मौके पर लखनऊ में आयोजित भव्य प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने 1947 के विभाजन को कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति का काला अध्याय करार देते हुए कहा कि इस भीषण त्रासदी ने सनातन भारत की एकता को तोड़कर देश को पीड़ा दी। उन्होंने कहा कि आज 14 अगस्त 1947 की विभाजन विभीषिका को याद करते हुए पूरा देश शोकाकुल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में इस दिन को स्मृति दिवस घोषित कर इतिहास को जीवंत किया।

    ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के मौके पर लखनऊ में आयोजित भव्य प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के अवसर पर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया और देशवासियों को इतिहास से सबक लेने का आह्वान किया। प्रदर्शनी में विभाजन के बाद उपजी हिंसा और उससे प्रभावित लोगों से संबंधित डिजिटल आर्काइव फोटो, अखबार कतरनें, राजकीय अभिलेख और विस्थापित परिवारों की संरक्षित सामग्री के जरिए युवाओं को तुष्टिकरण की कीमत उस दौर की वेदना से अवगत कराया गया।

    कांग्रेस ने सत्ता लालच में देश का बंटवारा कराया- सीएम योगी
    मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता के लिए क्रांतिकारियों ने फांसी के फंदे को गले लगाया, लेकिन कांग्रेस ने सत्ता लालच में देश का बंटवारा कराया। उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिमी पाकिस्तान के लाहौर, कराची, रावलपिंडी, मुल्तान जैसे क्षेत्रों को हिंदू, सिख और बौद्ध विहीन बनाने का अभियान कांग्रेस की नीति का नतीजा था। इस हिंसा में 15-20 लाख लोगों की जान गई और करोड़ों विस्थापित हुए। सीएम योगी ने कहा कि यह अत्याचारों की पराकाष्ठा थी, जिसे कांग्रेस ने बढ़ावा दिया।

    विभीषिका पीड़ित परिवारों को CAA के तहत उचित पुनर्वास देंगी सरकार- मुख्यमंत्री
    सीएम ने कांग्रेस पर विस्थापितों के प्रति उदासीनता का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जो हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन और ईसाई समुदाय के लोग घर-बार छोड़कर आए, उनके लिए तत्कालीन सरकार ने न स्मारक बनाए, न संग्रहालय स्थापित किए। उनकी पीड़ा को भुला दिया गया। इसके विपरीत, उन्होंने पीएम मोदी की सराहना की, जिन्होंने CAA के जरिए शरणार्थियों को नागरिकता और पुनर्वास का अधिकार दिया।

    सीएम ने कहा कि पहली बार जम्मू-कश्मीर और अन्य क्षेत्रों में शरणार्थियों को CAA से नागरिकता मिली। ये लोग भारत के विकास में योगदान दे रहे हैं, लेकिन कांग्रेस ने उनके पुनर्वास के लिए कभी प्रयास नहीं किया। सीएम योगी ने पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनकी स्मृतियों को हमारा नमन है। सीएम योगी ने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश सरकार CAA के तहत पात्र परिवारों को जमीन के पट्टे और उचित पुनर्वास देगी। उन्होंने कहा कि हम उनके हितों की रक्षा और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।

    देश के युवाओं को इतिहास से जोड़ना जरूरी- सीएम योगी
    सीएम योगी ने कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम से देश के युवाओं को इतिहास से जोड़ना जरूरी है। इसमें विभाजन की त्रासदी, दंगे, विस्थापन और कत्लेआम की झलकियां दर्शाई गई हैं। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह पहल पीड़ित परिवारों के घावों पर मरहम लगाने का काम कर रही है और आने वाली पीढ़ियों को सच से भी अवगत करा रही है। इस दौरान उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी सहित कई गणमान्य मौजूद रहे।

    जेकेके में 18 से तीन दिवसीय ‘मधुरम’ उत्सव, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर गायन, नृत्य व रंगमंच की प्रस्तुतियां

    जयपुर। जवाहर कला केन्द्र (जेकेके) में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में 18 से 20 अगस्त तक तीन दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव ‘मधुरम’ का आयोजन होगा। इस दौरान कला प्रेमी शास्त्रीय गायन, वादन, नृत्य और रंगमंच से जुड़ी विविध प्रस्तुतियों का आनंद ले सकेंगे।

    पहले दिन 18 अगस्त को जयपुर घराने की प्रसिद्ध गायिका पद्मश्री अश्विनी भिडे देशपांडे की शिष्या सानिया पाटनकर शास्त्रीय गायन पेश करेंगी, जिसमें वे विभिन्न रागों के माध्यम से संगीत की सुंदरता से साक्षात्कार कराएंगी।

    19 अगस्त को जेकेके में 4 अगस्त से चल रही पारम्परिक लोकनृत्य कार्यशाला का समापन समारोह होगा। पं. राजेन्द्र राव के निर्देशन में 40 से अधिक प्रतिभागी घूमर, चिरमी, चरी नृत्य, सावन गीत और राधा-कृष्ण प्रसंगों पर सामूहिक प्रस्तुति देंगे।

    अंतिम दिन 20 अगस्त को गीता शोध संस्थान एवं रासलीला अकादमी, वृन्दावन के कलाकार नृत्य-नाटिका ‘भ्रमर’ मंचित करेंगे। इसे छैल बिहारी उपाध्याय ‘छैल’ ने लिखा है, जबकि परिकल्पना व निर्देशन प्रो. दिनेश खन्ना का है। राधा, कृष्ण और गोपियों की वेशभूषा में कलाकार संगीत और रंगमंच के संग भगवान श्रीकृष्ण की लीला का सजीव मंचन करेंगे।

    सभी प्रस्तुतियां शाम 6:30 बजे रंगायन सभागार में होंगी।

    पीएम मोदी के नेतृत्व में पहली बार भारत ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर हुआ : मंत्री एके शर्मा

    नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा विधानसभा में बोलते हुए।

    लखनऊ,संवाददाता । नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने मानसून सत्र के प्रत्येक सत्र में विधानसभा और विधान परिषद की कार्यवाही में दृढ़ता से विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए नगर विकास एवं ऊर्जा विभाग के विजन को रखा।विजन-2047 के चर्चा में मुख्यमंत्री सहित उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक ने मंत्री एके शर्मा के कार्यों को सराहा।24 घण्टे लगातार चलने वाले विजन-2047 की चर्चा में मंत्री एके शर्मा ने विधान परिषद में विद्युत विभाग के प्रत्येक कोने में स्वच्छ, सुरक्षित और सुचारू रूप से विद्युत वितरण के लक्ष्य को रखा।

    ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सूखे और बाढ़ की स्थिति से बड़ी ही सक्षमता बहुत ही सक्रियता के साथ बिजली विभाग ने काम किया। प्रदेश में ऐतिहासिक और देश में सर्वाधिक बिजली हमने दिया। और यही क्रम लगातार तीन वर्ष से बना हुआ है

    • 2017 के पूर्व गाँव और कस्बों में तो बिजली आती ही कहाँ थी कि उनका जाना न्यूज़ बने।
    • विपक्ष कहता है कि बाढ़ सूखा तो पहले भी होता था। इतनी समस्या बिजली को लेकर नहीं दिखती थी।
    • 2017 के पूर्व लोगों को फ़र्क़ इसलिए नहीं पड़ता था कि बिजली थी ही नहीं। सूखा है तो भी बिजली नहीं। सूखे के पहले भी नहीं सूखे के बाद भी नहीं।
    • बाढ़-आंधी-तूफ़ान के बिना भी बिजली नहीं। आंधी तूफ़ान में भी नहीं। उसके बाद भी नहीं।
    • बाढ़-सूखे, आंधी-पानी और बिजली का कुछ लेना देना नहीं था।
    • अब बिजली है। दी जा रही है इसलिए लोगों के जीवन में महत्व है इसका।
    • इसीलिए इसके आने और जाने से अब फ़र्क़ पड़ता है। पाँच मिनट बिजली न रहे तो न्यूज़ बन जाती है। पहले पाँच-पाँच दिन का रोस्टर होता था। चल जाता था।

    सामान्य जनजीवन में आज बिजली की जरूरत ज़्यादा है। बिजली की माँग अप्रत्याशित रूप से बढ़ी है। बिजली न होने की परिस्थिति की सहनशीलता भी कम हुई है। हम इस बात को समझते हैं और इसे चुनौती मानकर अपनी व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाते हुए देश ही नहीं दुनिया की सर्वश्रेष्ठ विद्युत व्यवस्था बनाना चाहते हैं।

    उन्होंने प्रदेश की जनता को आश्वस्त किया की हमारे समय में बिजली का उत्पादन बढ़ा है, आपूर्ति बढ़ी है और उसे हर जगह पहुँचाने वाली अवसंरचना भी मजबूत हुई है। और भी बेहतरी लाने का यह कार्य निरंतर जारी है।

    अगर विपक्ष की सरकारों ने अपने लंबे शासनकाल में इसकी एक चौथाई भी चिंता की होती तो भाजपा को विरासत में देश और प्रदेश की ऐसी खस्ताहाल व्यवस्था नहीं मिली होती। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में पहली बार भारत ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर हुआ है। पीएम मोदी के ही नेतृत्व में हम विकसित भारत बनाने की तरफ़ आगे बढ़ रहे हैं। डबल इंजन की यूपी सरकार नए भारत का नया यूपी बनाने के लिए अग्रसर है।

    आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बिजली प्रबंधन सहित सुशासन देने की राह में हमारी प्रतिस्पर्धा स्वयं अपने से है। हम जनता की जो सेवा कर रहे हैं उससे हर पल, हर रोज़ बेहतर करना चाहते हैं। जो आज है उससे बेहतर कल हम लोगों को देना चाहते हैं। हम उपभोक्ता को देवता मानते हैं और इसी भावना से उसकी थोड़ी सी भी पीड़ा बर्दाश्त नहीं कर सकते। हमारी जद्दोजहद इसी मंशा से है।

    हमारी जद्दोजहद जनता की बेहतर सेवा के लिए है। हम बबुल का समूल बिनाश करना चाहते हैं। हम उन्हें अरबपति नहीं बनाना चाहते हैं। आज जब विपक्ष बिजली पर बोलते हैं तो वो कहावत याद आ जाती है।

    सूपवा त सुपवा चलनियों बोले वाली आपकी जानकारी के लिए यूपी में:

    1. कांग्रेस का लंबा समयकाल सर्वत्र अंधकार का और उसे मिटाने के लिए मात्र टिमटिमाते दिए का था। नीम के तेल का दिया और मिट्टी के तेल की ढेबरी में कई पीढ़ियों ने अपना जीवन बिता दिया।
    2. अंधेरे और अंधेरगर्दी से भरे समाजवादी पार्टी के चार-चार शासनकाल के बाद 2012-17 में बिजली की औसत पीक डिमांड 13000 MW थी; जबकि पिछले तीन वर्षों का औसत है 30000 MW-यानी कि आपका अढ़ाई गुना।
    3. किसानों और कृषि की बात करें तो आपका जमाना rahat और ढेकुल का था। ७० वर्षों में विपक्ष की सरकारों ने लगभग दस लाख किसान नलकूप के कनेक्शन दिए। हमनें आठ साल में ही पाँच लाख दिए। उसका आधा हमारे समय में दिया है। और बिजली बिल भी माफ कर दिए हैं।
    4. आज यूपी लगातार तीन वर्षों से देश में सबसे ज़्यादा विद्युत आपूर्ति करने वाला प्रदेश बना है। जो पहले निचले पायदान पर होता था।
    5. 2017 की अपेक्षा लगभग दो गुने से ज़्यादा उपभोक्ताओं को आज बिजली दी जा रही है। 70 वर्षों में 180/ सात वर्षों 360 में उसका डबल।
    6. आपके समय के छोड़े गए लगभग 1.50 लाख मजरों का विद्युतीकरण अब किया गया है। आज़ादी से २०१७ तक केवल १.२८ लाख मजरों में बिजली पहुंची थी। अब अढ़ाई लाख से ऊपर।
    7. 2017 में यूपी में बिजली का अपना ख़ुद का अधिकतम उत्पादन 5160 MW था जो 2022 में बढ़कर 5820 MW हुआ और आज 9120 MW है-यानी कि आपका लगभग दोगुना।
    8. सभी स्रोतों से 2017 में यूपी में 11803 MW विद्युत उपलब्ध थी जो 2022 में बढ़ाकर 15395 MW हुई और आज 2025 में यह 20038 MW है- यानी कि आपके समय की लगभग दो गुनी।
    9. इसी प्रकार की ऐतिहासिक वृद्धि ट्रांसमिशन क्षेत्र में हुई है। 2017 में बड़े उपकेंद्रों की कुल क्षमता 39000 MVA थी जो 2022 में बढ़कर 1 lakh MVA हुई और आज 2025 में यह 2 लाख MVA है- यानी कि आपके समय की लगभग 6 गुनी।
    10. हाई वोल्टेज की विद्युत लाइन की बात करें तो 70 वर्षों के आपके प्रयास से 33 हज़ार सर्किट किमी थी जो अब 58 हज़ार सर्किट किमी हो गयी है। यानी की आपकी दो गुना।
    11. उसी प्रकार डिस्ट्रीब्यूशन क्षमता में भी अपार वृद्धि हुई है।
    12. उदाहरण के रूप में आपके समय के छोड़े हुए 1.59 लाख किमी जर्जर तार पिछले तीन वर्ष में बदले गए हैं।
    13. आपके समय से लटकते-टूटते 29 लाख खंभों को नए खंभों से तीन साल में ही बदला गया है।
    14. आपके समय कुछ चुनिंदा जिलों और गांवों में बिजली आती थी। आज हर गांव, हर नगर, हर जिले, हर दुकान, हर प्रतिष्ठान और सब जगह पर बिजली दी जा रही है।
    15. आपके समय बिजली के तार और खंभे बहुत जगह थे ही नहीं। और जहाँ थे वहाँ बच्चों के झूला झूलने और गृहस्थों के लिए कपड़ा सुखाने के ही काम आते थे। अब उनमें बिजली निरंतर दौड़ती है।
    16. आपके समय जब हफ़्ते दस दिन में बिजली आती थी तो अखबारों की सुर्खियाँ बनती थीं। आज हम 18 से 24 चौबीस घंटे हर जगह दिन-रात बिजली देने का प्रयास कर रहे हैं। हाँ उसमें कभी-कभार स्थानिक व्यवधान आता है तो भी बड़ी न्यूज़ बनती है।

    अंत में मंत्री जी ने कहा 1947 से 2017 तक विद्युत विभाग की स्थिति अत्यंत भयावह थी।
    आज उत्तर प्रदेश में बिजली विभाग लगातार उत्कृष्ट कार्य कर रहा है।

    – 24×7 गुणवत्तापूर्ण विद्युत वितरण
    – हरित ऊर्जा और थर्मल पावर की क्षमता को बढ़ाने का कार्य जारी है।
    – किसान अन्न उत्पादक से सौर ऊर्जा उत्पादक बनाने का कार्य किया जा रहा है।
    – हर घर सौर ऊर्जा से हर घर आमदनी बढ़ेगी।
    – गोबर, पराली और शहरी कचरा से बायोगैस और वेस्ट टू एनर्जी की दिशा में कार्य।
    – RDSS में प्रथम स्थान।
    – CBG – 23 TDP प्रथम स्थान।
    – ग्रीन कॉरिडोर में नंबर – 1
    – तत्कालीन समय में 18/20/24 घंटे बिजली दी जा रही है।

    तत्कालीन समय में विपक्ष की भूमिका विक्रम-बैताल के बैताल की है जो देश-प्रदेश में भ्रम और झूठ को फैला रही है परंतु जनता ने अब इनके झूठ को नकार दिया है। जिन्होंने सर्वप्रथम प्रदेश में बिजली के निजीकरण का कार्य किया आज वही निजीकरण का विरोध कर रहे हैं। परंतु उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार उत्पादन बढ़ाने के साथ ही हरित ऊर्जा के क्षेत्र में लगातार कार्य कर रही है।

    ईश्वर की कृपा से तथा माननीय प्रधानमंत्री जी और माननीय मुख्यमंत्री जी के आशीर्वाद से व जनता-जनार्दन के आशीष से इस कार्य को और अच्छा तथा शीघ्र करने में हम अवश्य सफल होंगे।

    लखनऊ शतरंज संघ के अध्यक्ष राजेश शाही, महासचिव आनंद सिंह व पवन बाथम कोषाध्यक्ष चुने गए

    लखनऊ शतरंज संघ के अध्यक्ष राजेश शाही, महासचिव आनंद सिंह व पवन थम बाकोषाध्यक्ष चुने गए।

    लखनऊ। लखनऊ शतरंज संघ की आम सभा में नयी कार्यकारिणी का गठन किया गया जिसमें राजेश कुमार शाही को अध्यक्ष, आनन्द सिंह को महासचिव एवं पवन बाथम को कोषाध्यक्ष चुना गया।

    शाही राज्य शैक्षिक सेवा (P.E.S) संवर्ग के वरिष्ठ अधिकारी हैं उन्होंने आशा व्यक्त की नयी कार्यकारिणी खेल एवं खिलाडियों में समन्वय स्थापित करते हुए जनपद में शतरंज के विकास हेतु सम्पूर्ण मनोयोग से कार्य करेगी| संघ की बैठक में मुख्य चर्चा का विषय लखनऊ जिले में शतरंज की गतिविधियों को गति और दिशा देकर उच्च स्तरीय खिलाड़ी तैयार करना रहा| इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जिले में अधिक से अधिक अंतर-विद्यालय प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा, क्योंकि किसी भी खेल की नई प्रतिभा का पता लगाने का सर्वोत्तम माध्यम विद्यालय ही होते हैं।

    इसके अतिरिक्त, फिडे रेटिंग प्रतियोगिताओं के आयोजन पर भी सहमति बनी, ताकि लखनऊ के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धा का अनुभव मिल सके, साथ ही यूपी चेस स्पोर्ट्स एसोसिएशन की 2 लाख पुरस्कार राशि की 10 जिलों में आयोजित होने वाली फ्यूचर जी एम् सीरीज की एक कड़ी लखनऊ में आयोजित कराया जाना सुनिश्चित किया गया।

    चर्चा के दौरान यह भी तय किया गया कि प्रशिक्षित प्रशिक्षकों और निर्णायकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए, उत्तर प्रदेश में शतरंज की नियामक संस्था यूपी चेस स्पोर्ट्स एसोसिएशन के संरक्षण में फिडे ट्रेनर सेमिनार और सीनियर नेशनल आर्बिटर सेमिनार आयोजित किए जाएँगे। इन सेमिनारों के माध्यम से प्रशिक्षकों और निर्णायकों को आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

    लखनऊ में पैरा डांस का सुनहरा जलवा, स्वर्ण पदक विजेताओं ने जीता दर्शकों का दिल

    लखनऊ में पैरा डांस का सुनहरा जलवा, स्वर्ण पदक विजेताओं ने जीता दर्शकों का दिल
    • प्रथम लखनऊ जिला पैरा डांस स्पोर्ट्स चैंपियनशिप में वरीक्षा से मो. आमिर तक, स्वर्ण पदक विजेताओं ने रचा इतिहास

    लखनऊ, संवाददाता । लुलु मॉल, लखनऊ के चमचमाते मंच पर बुधवार को प्रथम लखनऊ जिला पैरा डांस स्पोर्ट्स चैंपियनशिप का माहौल पूरी तरह जोश और उमंग से भर गया।

    लखनऊ जिला डांस स्पोर्ट्स एसोसिएशन के तत्वावधान में आयोजित चैंपियनशिप में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच 50 से अधिक दिव्यांग डांसर्स ने अपने बेहतरीन मूव्स से न केवल जजों का, बल्कि सभी का दिल जीत लिया।

    दिव्यांगजनों को खेल और कला के जरिए आत्मविश्वास, रचनात्मकता और सामाजिक भागीदारी का मंच देने के उद्देश्य के साथ आयोजित चैंपियनशिप में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य अनूप गुप्ता ने दीप प्रज्वलन कर प्रतियोगिता का आगाज किया। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन समाज की अमूल्य धरोहर हैं, उनकी प्रतिभा को मंच देना हमारी जिम्मेदारी है।

     

    एकल वर्ग में दमदार प्रदर्शन

    डाउन सिंड्रोम श्रेणी में वरीक्षा, बिजेश केशवानी, दिव्यांश शुक्ला, सिमर सचदेव, सचिन मिगलानी, राहुल विश्वकर्मा, यशी, रिंकी, अभय और बाजिल परवेज ने अपनी लय, अभिव्यक्ति और ऊर्जा से सभी को चौंकाते हुए स्वर्ण पदक जीते।

    शारीरिक विकलांगता एवं डाउन सिंड्रोम श्रेणी में अदिति विश्वकर्मा ने सुनहरा तमगा अपने नाम किया, जबकि शारीरिक विकलांगता वर्ग में मो. आमिर ने अपने बेहतरीन नियंत्रण और मंच उपस्थिति से गोल्ड हासिल किया।

    युगल वर्ग में शानदार जुगलबंदी

    युगल वर्ग में वैष्णवी – कमल, राधा- राघवेन्द्र, सिवांश- अभिनव, अहान- राहुल, गुनगुन- वर्षा और निशी- शिखर की जोड़ियों ने तालमेल और क्रिएटिविटी का शानदार मिश्रण दिखाते हुए स्वर्ण पदक जीते।

    तिकड़ी और ग्रुप में टीमवर्क की मिसाल

    तिकड़ी वर्ग में वैष्णवी, बाजिल परवेज और मैथ्यूज की तिकड़ी ने अपनी हार्मनी और समन्वय से दर्शकों को खड़े होकर तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।

    ग्रुप वर्ग में चेतना वाणी प्रदा स्कूल (सुनने की अक्षमता), चेतना संस्थान फार इंटेलेक्चुअल डिसेबिलिटी (डाउन सिंड्रोम) और सेंट फारसेंस स्कूल (मिश्रण श्रेणी – सुनने की अक्षमता) की टीमों ने बेहतरीन टीमवर्क के दम पर गोल्ड अपने नाम किया।

    समापन सत्र के मुख्य अतिथि डॉ. हिमांशु शेखर झा (राज्य आयुक्त, दिव्यांगजन अधिकार) ने विजेताओं को मेडल और प्रमाणपत्र प्रदान करते हुए कहा कि यह प्रतियोगिता दिव्यांगजनों की असीम क्षमताओं का प्रमाण है। हमें ऐसे मंच लगातार तैयार करने चाहिए।

    अति विशिष्ट अतिथि डॉ. कीर्ति विक्रम सिंह (निदेशक, इग्नू क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ) ने अपने संबोधन में कहा कि दिव्यांगजनों को शिक्षा, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में समान अवसर देना ही सच्चा सशक्तिकरण है। आज की प्रस्तुतियों ने यह दिखाया कि समर्पण और परिश्रम से हर बाधा को पार किया जा सकता है।

    कार्यक्रम में विशेष रुप से उपस्थित जयकुमार गंगाधरन, निदेशक – तेलंगाना, उत्तर प्रदेश एवं दिल्ली, लुलु इंडिया और नोमान अजीज खान, क्षेत्रीय निदेशक – तेलंगाना, उत्तर प्रदेश एवं दिल्ली, लुलु ने भी खिलाड़ियों के जज्बे की सराहना की और भविष्य में ऐसे आयोजनों को सहयोग देने का वादा किया।

    केबी पंत (मुख्य कार्यकारी अधिकारी, डांस स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ लखनऊ) ने आयोजन की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि आने वाले समय में ऐसे और भी आयोजन होंगे, जिससे उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा का अवसर मिल सके।

    डांस स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ लखनऊ के अध्यक्ष सदन यादव के अनुसार, यह सिर्फ एक खेल आयोजन नहीं था, बल्कि एक संदेश था कि प्रतिभा किसी सीमा को नहीं मानती।

    इस अवसर पर कमल जोशी (सचिव, बैटल स्पोर्ट्स डांस एसोसिएशन ऑफ यूपी), दुर्गेश त्रिपाठी (राष्ट्रीय अध्यक्ष, युवा विभाग एकल अभियान), अखिलेश कुमार (अध्यक्ष, सवेरा इंस्टीट्यूट ऑफ़ रिहैबिलिटेशन), पंकज सिंह (मीडिया एक्सपर्ट) एवं दिनेश सिंह (सामाजिक कार्यकर्ता) भी मौजूद रहे।

    लखनऊ फॉल्कंस ने यूपी टी-20 लीग के लिए एस.आर. ग्रुप, बीकेटी में लॉन्च किया अपना ऑफिशियल एंथम

    बीकेटी स्थित एस.आर. ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में लखनऊ फॉल्कंस टीम के कप्तान भुवनेश्वर कुमार को वाइस चेयरमैन पीयूष सिंह द्वारा बोर्ड भेंट कर सम्मानित किया गया।

    लखनऊ, संवाददाता। बीकेटी स्थित एस.आर. ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में बुधवार को यूपी टी-20 लीग में धमाल मचाने के लिए मेजबान लखनऊ फॉल्कंस टीम ने अपना ऑफिशियल एंथम लॉन्च किया।

    बीकेटी स्थित एस.आर. ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में आयोजित कार्यक्रम में बोलते लखनऊ फॉल्कंस टीम के कप्तान भुवनेश्वर कुमार।

    इस अवसर पर टीम के कप्तान एवं भारतीय क्रिकेटर भुवनेश्वर कुमार के साथ खिलाड़ी प्रियम गर्ग, कृतज्ञ कुमार सिंह, किशन सिंह, आराध्या यादव, अभिनंदन सिंह, कोच कमलकांत कनौजिया, कोच वक़ार तथा संस्थान के वाइस चेयरमैन पीयूष सिंह चौहान मौजूद रहे। कार्यक्रम में करीब दस हज़ार स्टूडेंट्स की मौजूदगी में एंथम का जोश देखने लायक था।

    अपने अपने चहेते प्लेयर्स को देख उत्साहित स्टूडेंट्स।

    एंथम लॉन्च के मौके पर भुवनेश्वर कुमार ने कहा, यह सीजन हमारे ऑफिशियल एंथम की तरह ही बेहद धमाकेदार होने वाला है। हमारी टीम पूरी तरह तैयार है और किसी भी चैलेंज का सामना करने के लिए रेडी है। छात्रों का उत्साह देखकर उन्होंने कहा कि लखनऊ में क्रिकेट केवल खेल नहीं, बल्कि एक जुनून और धर्म है।

    लखनऊ फॉल्कंस टीम के ऑफिशियल एंथम लॉन्च के दौरान उत्साहित स्टूडेंट्स।

    भुवनेश्वर कुमार ने छात्रों को ऑटोग्राफ दिए, उनके साथ सेल्फी ली और मैदान में क्रिकेट खेलते हुए एक शानदार शॉट लगाकर टीम के आत्मविश्वास का संदेश दिया कि इस बार यूपी टी-20 लीग का खिताब लखनऊ फॉल्कंस के नाम होगा।

    फैंस को लखनऊ फॉल्कंस टीम की जर्सी देते कप्तान भुवनेश्वर कुमार।

    इस मौके पर संस्थान के वाइस चेयरमैन पीयूष सिंह चौहान कहा, लखनऊ फॉल्कंस टीम को अपने बीच पाकर हम सभी बेहद उत्साहित हैं। खिलाड़ियों की तैयारी देखकर विश्वास है कि इस बार खिताब लखनऊ फॉल्कंस ही जीतेगी। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया और लखनऊवासियों की ओर से टीम को पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया।

    पूरे आयोजन के दौरान मैदान भुवी-भुवी के नारों से गूंजता रहा। उमस भरी गर्मी के बावजूद छात्र ऑटोग्राफ और तस्वीरें लेने के लिए लंबी कतारों में खड़े रहे।

    पटना पाइरेट्स की कमान संभालेंगे अंकित जगलान, दीपक सिंह होंगे उपकप्तान 

    पटना पाइरेट्स की कमान संभालेंगे अंकित जगलान, दीपक सिंह होंगे उपकप्तान 

    पटना। पटना पाइरेट्स ने अंकित जगलान और दीपक सिंह को अपना कप्तान और उप-कप्तान नियुक्त किया है। वे 1 सितंबर 2025 को यूपी योद्धा के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करने के लिए उत्सुक हैं। पटना पाइरेट्स आगामी सीज़न में अपना चौथा चैंपियनशिप खिताब जीतकर प्रो कबड्डी लीग में अब तक की सर्वश्रेष्ठ फ्रैंचाइज़ी के रूप में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है।

    पीकेएल के पिछले संस्करण में बेहद करीबी अंतर से दूसरे स्थान पर रहने के बाद, अनूप कुमार की अगुवाई वाली पटना पाइरेट्स वर्तमान में अपने प्री-सीज़न कैंप के तहत प्रशिक्षण ले रही है और सीज़न की शानदार शुरुआत करने के लिए तैयार है। कप्तान अंकित जगलान, जो लगातार तीसरे साल पटना पाइरेट्स के साथ हैं, सबसे ज़्यादा वेतन पाने वाले ऑलराउंडर हैं और उन्होंने पिछले सीज़न में अपनी गति और चपलता के साथ-साथ उच्च टैकल प्रतिशत दर से भी अपनी क्षमता साबित की है। टीम के स्टार डिफेंडर और उप-कप्तान दीपक सिंह ने कुल 282 टैकल किए हैं, जिससे विरोधी टीम के रेडर्स को प्रभावी ढंग से बाधित करने की उनकी क्षमता का प्रदर्शन हुआ है और टीम के अभेद्य डिफेंस के लिए वे बेहद अहम हैं।

    पटना पाइरेट्स के सीईओ श्री पवन राणा ने कहा, पटना पाइरेट्स ने हमेशा से कबड्डी के उस ब्रांड का प्रदर्शन किया है जिसे प्रशंसक वर्षों से पसंद करते और सराहते आए हैं। अंकित, दीपक और अनूप कुमार के नेतृत्व में यह सीज़न भी कुछ अलग नहीं होगा। हम अपनी चौथी चैंपियनशिप जीत के बेहद करीब थे और हम इस सीज़न की शुरुआत इसी लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करके करेंगे।

    पटना पाइरेट्स की टीम अंकित और दीपक के नेतृत्व में एक मज़बूत टीम है, जिसका साथ अयान लोहचब, नवदीप, सुधाकर मारुथामुथु, दीपक जगलान, हामिद , मिर्ज़ाई नादेर, संकेत सावंत, सोमबीर, अमीन घोरबानी, मनिंदर सिंह, अंकित कुमार, मंदीप कुमार, मिलन दहिया, साहिल पाटिल, आशीष बीरवाल, बालाजी, जाधव शाहजी और सौरभ नरवाल बखूबी दे रहे हैं।

    पटना पाइरेट्स के कप्तान अंकित जगलान ने कहा,मैं पटना पाइरेट्स का नेतृत्व करने का अवसर पाकर बहुत आभारी हूँ और मेरा लक्ष्य पूरी टीम के लिए उच्चतम स्तर पर प्रतिस्पर्धा करना है। कोच अनूप कुमार के साथ काम करना सीखने का एक बेहतरीन अनुभव रहा है और उनका अनुभव और कोचिंग शैली इस टीम को और आगे ले जाएगी। इसमें कोई संदेह नहीं है कि हमारा लक्ष्य अंतिम पुरस्कार हासिल करना है और पूरी टीम अपनी भूमिका जानती है और पटना पाइरेट्स को जीत दिलाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

    बर्ड फ्लू को लेकर यूपी में अलर्ट, सीएम योगी बोले-संरक्षित पशु-पक्षियों की सुरक्षा प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता   

    बर्ड फ्लू को लेकर यूपी में अलर्ट, सीएम योगी बोले-संरक्षित पशु-पक्षियों की सुरक्षा प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है  
    • H5 एवियन इंफ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) के संभावित खतरे को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

    लखनऊ, संवाददाता। H5 एवियन इंफ्लुएंजा (बर्ड फ्लू) के संभावित खतरे को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को संबंधित विभागों को त्वरित और समन्वित कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संरक्षित पशु-पक्षियों की सुरक्षा प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी।मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि प्रदेश के सभी प्राणी उद्यानों, पक्षी विहारों, नेशनल पार्कों, वेटलैंड क्षेत्रों और गो-आश्रय स्थलों में सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया जाए। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की गाइडलाइनों के अनुरूप सभी आवश्यक कदम तत्परता से लागू करने के निर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राणी उद्यान परिसरों को नियमित रूप से सैनेटाइज किया जाए तथा आवश्यकता पड़ने पर ब्लो टॉचिंग की प्रक्रिया भी अपनाई जाए। सभी वन्य जीवों और पक्षियों की स्वास्थ्य जांच अनिवार्य रूप से हो और उनके आहार की गहन जांच के बाद ही भोजन उपलब्ध कराया जाए। मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि बाड़ों में नियुक्त कर्मचारियों की ड्यूटी जोखिम के स्तर को देखते हुए तय की जाए, ताकि सुरक्षा मानकों का पूर्ण पालन हो सके।

    मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी कर्मचारियों को एवियन इंफ्लुएंजा के लक्षण, संक्रमण के तरीके और उससे बचाव के उपायों की विस्तृत जानकारी दी जाए। साथ ही उन्हें पीपीई किट सहित सभी आवश्यक सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाएं, जिससे वे सुरक्षित रहकर अपने दायित्व का निर्वहन कर सकें।

    पोल्ट्री सेक्टर पर विशेष ध्यान देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी पोल्ट्री फार्मों की मानकों के अनुरूप कड़ी निगरानी की जाए और पोल्ट्री उत्पादों के आवागमन पर निरंतर नियंत्रण रखा जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को यह भी निर्देश दिया कि H5 एवियन इंफ्लुएंजा के मानव स्वास्थ्य पर संभावित प्रभावों का गहन अध्ययन कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए, ताकि संक्रमण की कोई श्रृंखला मानव समाज तक न पहुंच सके।

    मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण, नई दिल्ली, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, स्वास्थ्य मंत्रालय, मत्स्यपालन एवं डेयरी विभाग तथा भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर (बरेली) सहित अन्य राष्ट्रीय संस्थानों के साथ सतत संवाद बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों से प्राप्त सुझावों का समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।

    मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि समय पर, समन्वित और सख्त कार्रवाई ही इस संभावित संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण का मार्ग प्रशस्त करेगी। सभी संबंधित विभागों को आपसी सहयोग और त्वरित सूचना आदान-प्रदान के साथ कार्य करना होगा, ताकि प्रदेश के नागरिकों और वन्य जीवों, दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

     सीएम योगी ने किया तिरंगा यात्रा का नेतृत्व, युवाओं संग ली सेल्फी

    उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य , ब्रजेश पाठक स्कूली बच्चों, एनसीसी कैडेट्स, स्काउट गाइड्स, युवाओं के साथ सेल्फी लेते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।

    लखनऊ, संवाददाता।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश आजादी के 78वर्ष पूरे कर रहा है। आजादी के इस अमृतकाल में हर भारतीय के मन में संविधान, राष्ट्रीय प्रतीकों, राष्ट्रीयता, क्रांतिकारियों-महापुरुषों के प्रति श्रद्धा व सम्मान का भाव और प्रगाढ़ हो। यह हर जन, हर घर तक पहुंचे, प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के आह्वान पर हर घर तिरंगा और तिरंगा यात्रा के माध्यम से इसे हम सभी देख रहे हैं।

    प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के आह्वान पर हर घर तिरंगा और तिरंगा यात्रा को लेकर भव्य रैली का नेतृत्व करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।

    तिरंगा यात्रा केवल यात्रा नहीं, बल्कि भारत मां, महापुरुषों, क्रांतिकारियों और वीर सैनिकों के प्रति हमारी कृतज्ञता भी है। हर गांव, नगर, जनपद में तिरंगा यात्रा इसका उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। यूपी में भी हर घर तिरंगा, सेल्फी विद तिरंगा से जुड़ रहे हैं। देश औऱ सैनिकों के सम्मान तथा आन-बान-शान का प्रतीक तिरंगा हर भारतीय के घर में लहराया जाना चाहिए।

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को ‘हर घऱ तिरंगा’ अभियान (13-15 अगस्त) का शुभारंभ किया। राष्ट्रभक्ति के गीतों की धुनों के बीच मुख्यमंत्री ने तिरंगा यात्रा का नेतृत्व किया, फिर अपने आवास से यात्रा को रवाना किया। सीएम ने युवाओं का अभिनंदन करते हुए सभी को स्वतंत्रता दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं भी दीं।

    भारत के शौर्य, पराक्रम, सामर्थ्य और शक्ति को दुनिया ने देखा : मुख्यमंत्री

    मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत के शौर्य, पराक्रम, सामर्थ्य और शक्ति को दुनिया ने देखा है। इसे लेकर जब दुनिया अचंभित है तो हर भारतीयों का दायित्व बनता है कि भारत का सम्मान ऊंचा बनाए रखें। सीएम ने अपील की कि 140 करोड़ भारतवासी स्वयं के स्वार्थों की तिलांजलि देकर राष्ट्रमाता के चरणों में समर्पित होकर तिरंगा को हर घर पर लगाकर देश की आजादी के इस समारोह में भागीदार बनें। सीएम ने कहा कि सामाजिक एकता को छिन्न-भिन्न करने का कुत्सित प्रयास करने वालों तथा समाज, क्षेत्र, भाषा, जाति समेत अनेक वादों के नाम पर बांटने वाले तत्वों को बेनकाब करें।

    तिरंगा यात्रा के दौरान भारी संख्या में मौजूद स्कूली बच्चे व कार्यकर्ता।

    ‘विकसित उत्तर प्रदेश-आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश’ को बनाएंगे जीवन का मंत्र
    सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा दिया गया 2047 तक का विराट लक्ष्य ‘विकसित भारत-आत्मनिर्भर भारत’ सभी के सामने है। सीएम ने कहा कि उनके संकल्पों के साथ जुड़कर ‘विकसित उत्तर प्रदेश-आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश’ के उनके मार्गदर्शन को अपने जीवन का हिस्सा व मंत्र बनाएंगे।

    समारोह में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, प्रदेश सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, कपिलदेव अग्रवाल, विधायक नीरज बोरा, जया देवी, ओपी श्रीवास्तव, विधान परिषद सदस्य महेंद्र सिंह, मुकेश शर्मा, उमेश द्विवेदी, भाजपा के महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, भाजपा नेता नीरज सिंह आदि मौजूद रहे।

    मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल के सहयोगियों व जनप्रतिनिधियों संग हाथ में तिरंगा लेकर ‘भारत मां की जयकार, वंदे मातरम’ की गूंज के साथ यात्रा का नेतृत्व किया। सीएम ने अपने आवास से तिरंगा यात्रा को रवाना भी किया। इसके पहलेमुख्यमंत्री  ने दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य , ब्रजेश पाठक स्कूली बच्चों, एनसीसी कैडेट्स, स्काउट गाइड्स, युवाओं आदि के साथ सेल्फी भी ली। तिरंगा यात्रा को देख लग रहा था कि लखनऊ की सड़कों पर समूचा भारत उमड़ पड़ा है।